देश: भूमि पूजन का मुहूर्त अशुभ, इसीलिए देश के गृह मंत्री से पुजारी तक कोरोना संक्रमित-दिग्विजय सिंह
देश - भूमि पूजन का मुहूर्त अशुभ, इसीलिए देश के गृह मंत्री से पुजारी तक कोरोना संक्रमित-दिग्विजय सिंह
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Updated on: 03-Aug-2020 10:04 AM IST
भोपाल: राम मंदिर का भूमि पूजन आज से अयोध्या में शुरू हो रहा है। इस बीच, पूजन के मुहूर्त को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने मंदिर पूजन के मुहूर्त और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah News) से लेकर मंदिर के पुजारी के कोरोना संक्रमण को इससे जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और हिंदू परंपराओं के उल्लंघन का नतीजा है यह।अशुभ मुहूर्त के कारण कोरोना-दिग्विजय दिग्विजय ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि मंदिर पूजन के लिए हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी के कारण देश गृह मंत्री अमित शाह से लेकर राम मंदिर के पुजारी तक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। हिंदू मान्यताओं को नजरअंदाज का तरीकादिग्विजय ने आज ट्वीट कर लिखा, 'सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का तरीका। 1- राम मंदिर के समस्त पुजारी कोरोना पॉजिटिव। 2- उत्तर प्रदेश की मंत्री कमला रानी वरुण का कोरोना से स्वर्गवास। 3 उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में।' गृह मंत्री से सीएम तक कोरोना पॉजिटिवउन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, ' 4-भारत के गृह मंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव अस्पताल में। 5-मध्य प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में। 6- कर्नाटक में बीजेपी के सीएम कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में।'राम मंदिर भूमि पूजन मुहूर्त पर कई संत खड़े कर चुके हैं सवालकई संतों के अलावा काशी के ज्योतिष भी तय मुहूर्त पर प्रश्न उठा रहे हैं। शंकराचार्य स्वपरूपानंद सरस्वती (Shankracharya Swaroopanand Saraswati) ने भूमि पूजन के तय वक्त को अशुभ बताया था। इससे पहले उनके शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर मंदिर के शिलान्यास की तय तिथि यानि 5 अगस्त को अशुभ बताया था।मुहूर्त को लेकर क्या है विवाद?काशी के संतों के साथ ही ज्योतिषी मंदिर शिलान्यास को लेकर तय मुहूर्त पर सवाल खड़े कर रहे हैं। संतों और ज्योतिषियों के अनुसार, मंदिर के शिलान्यास के लिए तय इस तारीख के मुहूर्त से समय को उस दिन का सबसे अशुभ समय बताया जा रहा है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने भूमि पूजन के तय वक्त को शुभ नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को दक्षिणायन भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। शास्त्रों में भाद्रपद मास में गृह, मंदिरारंभ कार्य निषिद्ध है। उन्होंने इसके लिए विष्णु धर्म शास्त्र और नैवज्ञ बल्लभ ग्रंथ का हवाला दिया।
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