Punjab Election: पंजाब स्थानीय चुनाव में AAP की प्रचंड जीत, जिला परिषद-ब्लॉक समिति पर किया कब्जा
Punjab Election - पंजाब स्थानीय चुनाव में AAP की प्रचंड जीत, जिला परिषद-ब्लॉक समिति पर किया कब्जा
पंजाब में हाल ही में संपन्न हुए स्थानीय चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर अपनी मजबूत पकड़ साबित की है. पार्टी ने जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों में प्रचंड जीत दर्ज करते हुए राज्य की स्थानीय शासन व्यवस्था में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है. इन चुनावों के नतीजे AAP के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में. सामने आए हैं, जिसने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया है.
जिला परिषद चुनावों में AAP का दबदबा
जिला परिषद चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है और कुल 347 जिला परिषद सीटों में से AAP ने 218 सीटों पर जीत हासिल की है, जो कि एक स्पष्ट बहुमत को दर्शाता है. यह जीत पार्टी की जमीनी स्तर पर बढ़ती लोकप्रियता और संगठनात्मक शक्ति का प्रमाण है. इन परिणामों से यह स्पष्ट होता है कि AAP ने राज्य के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी अपनी पैठ बना ली है, जहां जिला परिषदें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. कांग्रेस 62 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही, जबकि अकाली. दल को 46, बीजेपी को 7 और अन्य को 13 सीटें मिलीं. कुल 346 सीटों के नतीजे घोषित किए गए हैं.ब्लॉक समिति चुनावों में भी AAP का परचम
जिला परिषद के साथ-साथ ब्लॉक समिति चुनावों में भी आम आदमी पार्टी ने अपना परचम लहराया है. कुल 2838 ब्लॉक समिति सीटों में से AAP ने 1531 सीटों पर कब्जा किया है और यह आंकड़ा पार्टी की व्यापक स्वीकार्यता और स्थानीय स्तर पर उसके प्रभाव को दर्शाता है. ब्लॉक समितियां ग्रामीण विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और इन पर AAP का नियंत्रण राज्य के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने में सहायक होगा और कांग्रेस को 612 सीटें मिलीं, अकाली दल ने 445, बीजेपी ने 73 और अन्य ने 172 सीटें जीतीं. कुल 2833 सीटों के नतीजे घोषित किए गए हैं.कांग्रेस के धांधली के आरोप और केजरीवाल का जवाब
आम आदमी पार्टी की इस प्रचंड जीत के बाद, कांग्रेस ने चुनाव में धांधली और वोटों की चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए और AAP ने अनुचित तरीकों का इस्तेमाल किया है. इन आरोपों पर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तुरंत पलटवार किया है. केजरीवाल ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अगर AAP धांधली करना चाहती तो कांग्रेस को कई जगहों पर 3 से 5 वोटों के अंतर से जीत नहीं मिलती. उन्होंने कहा कि अगर हम चाहते तो एसडीएम को बुलाकर स्थिति बदल सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया. केजरीवाल ने इसे निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनावों का सबसे बड़ा सबूत बताया.मुख्यमंत्री भगवंत मान का पलटवार और विरोधियों पर तंज
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कांग्रेस के आरोपों का करारा जवाब दिया है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी अपनी धूरी सीट से ब्लॉक समिति सीट धूरा में कांग्रेस ने 9 वोटों से जीत हासिल की है और उन्होंने बताया कि कई इलाकों में कांग्रेस ने 9, 10, 13, 30 और 92 वोटों के छोटे अंतर से जीत दर्ज की है. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि विरोधियों ने मतपत्र पर स्याही फैलाने जैसे आरोप लगाए हैं, और सबसे ज्यादा आरोप चरणजीत सिंह चन्नी ने लगाए हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'अंधे को सब कुछ हरा दिखाई देता है', जिसका अर्थ है कि जो खुद गलत काम करते हैं, उन्हें दूसरों में भी वही दिखता है.अकाली दल और बीजेपी पर सीएम मान का तंज
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अकाली दल और बीजेपी पर भी तीखा तंज कसा और उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने पहले भी चुनावों में धांधली की है, इसीलिए उन्हें ऐसा लग रहा है कि इस बार भी ऐसा हुआ होगा. मान ने याद दिलाया कि पहले ये पार्टियां बाहर से ही 20 में से 20 सीटें जीतने का दावा करती थीं और लोगों को घर जाने को कहती थीं. उन्होंने इस बार के चुनावों की पारदर्शिता पर जोर देते हुए कहा कि इस बार पहली बार वीडियोग्राफी की गई है, जिससे चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित हुई है. अकाली दल के तीसरे नंबर पर आने पर मान ने कहा कि उनका मानना है कि अगर डायनासोर आ गए हैं तो यह गलत है, क्योंकि वह कई बार कह चुके हैं कि जिस तरह डायनासोर गायब हो गए, उसी तरह अकाली दल भी गायब हो गया है और अब उसका लौटना मुमकिन नहीं है. बीजेपी को उनके गांव से एक वोट मिलने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि इसकी जांच चल रही है कि वो वोट किसने दिलाया, जो बीजेपी के बड़े-बड़े दावों पर एक और तंज था.