वडोदरा: वडोदरा में 4 घंटे में 28 सेमी बारिश, एनडीआरएफ ने 1000 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया

वडोदरा - वडोदरा में 4 घंटे में 28 सेमी बारिश, एनडीआरएफ ने 1000 लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया
| Updated on: 01-Aug-2019 09:46 AM IST
वडोदरा/नई दिल्ली. देशभर में भारी बारिश का दौर जारी है। वडोदरा में बुधवार दोपहर दो से शाम छह बजे तक 4 घंटे में 18 इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। 12 घंटे में 55.4 सेमी (554 मिमी) बारिश दर्ज की गई। शहर में बारिश का सालाना कोटा 96.5 सेमी (965 मिमी) है। यानी सालभर के कोटे का आधा पानी महज 12 घंटे में बरस गया। इसमें से 28.6 सेमी (286 मिमी) बारिश आखिरी के 4 घंटों में रिकॉर्ड की गई। एनडीआररएफ की टीम ने एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

वडोदरा में बारिश ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। यहां बारिश से दीवार ढहने से छह लोगों की मौत हो गई। रनवे पर पानी भरने के बाद एयरपोर्ट बंद होने की वजह से दो घरेलू उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। रेल ट्रैफिक ठप होने के कारण कई ट्रेनें भी रद्द करनी पड़ीं। प्रशासन ने गुरुवार को सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश दिया है। 

स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश

गुजरात सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़े तो निचले हिस्सों में बसे लोगों को बाहर निकाला जाए। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार देर शाम समीक्षा बैठक बुलाई। उन्होंने अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अहमदाबाद में भी बुधवार को 5.8 सेमी (58 मिमी) बारिश हुई। गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। 

6 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट 

देश के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने गुरुवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा हिमाचल और राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है। 

हिमाचल प्रदेश: 150 से ज्यादा सड़कें बंद हैं भूस्खलन से समस्या आ रही है। 

महाराष्ट्र: सोलापुर में बैंक की इमारत की छत ढहने से 1 की मौत, 20 लोग घायल हो गए। 

जम्मू-कश्मीर : उधमपुर में भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गई। वैष्णोदेवी यात्रा के नए मार्ग में भी भूस्खलन हुआ। 

महाराष्ट्र: मुंबई में 60 साल में जुलाई में दूसरी बार सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई। इस बार 1464.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।

जून की बारिश सामान्य से 35% कम थी। 

जुलाई खत्म होते-होते यह कमी सिर्फ 9% ही रह गई है। 

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