Rajasthan Politics: राजेन्द्र गुढ़ा के बिगड़े बोल, कहाँ- 'गहलोत निकम्मे, ये नरभक्षी कई नेताओं को खा गया'

Rajasthan Politics - राजेन्द्र गुढ़ा के बिगड़े बोल, कहाँ- 'गहलोत निकम्मे, ये नरभक्षी कई नेताओं को खा गया'
| Updated on: 07-Oct-2023 07:16 AM IST
Rajasthan Politics: राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का बड़ा बयान सामने आया है. गुढ़ा ने अब सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि अशोक गहलोत से बड़ा कोई निकम्मा नहीं है. मैं कांग्रेस पार्टी का विधायक हूं मुझे निकालकर बाहर क्यों नहीं करते हैं. यहां तक की अशोक गुढ़ा ने गहलोत को नरभक्षी बताते हुए कहा कि वो कितने नेताओं को खा गए.

कांग्रेस विधायक ने आगे कहा, अशोक गहलोत के ताबूत में आखिरी कील मैं ही ठोकूंगा. गहलोत ने मुझ पर झूठे मुकदमे करवा दिए हैं. अगर वो नीम का थाना आते हैं तो मैं उनसे सवाल करूंगा. वो एक बार यहां आकर के तो देखें. बर्खास्त विधायक ने गहलोत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ भी विश्वासघात किया है. मेरे पास लाल डायरी में सबूत है और मुख्यमंत्री जेल जाएंगे.

वहीं, अशोक गहलोत के बेटे वैभव पर हमला बोलते हुए गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने बेटे को सांसद क्यों नहीं बनाए पाए. अब भी वो अपने बेटे को सांसद नहीं बना सकते. पेपर लीक का जिक्र करते हुए बर्खास्त विधायक ने कहा है कि आरपीएससी में मुख्यमंत्री गहलोत जो लिस्ट भेजते हैं और उसमें जिसका नाम होता है वो इंटरव्यू में पास हो जाता है. मुख्यमंत्री की वजह से हजारों की संख्या में हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद हो गया है.

‘किसी नेता मेहनत पर पानी फेरने का अधिकार नहीं’

दरअसल, शुक्रवार को उदयपुरवाटी में राजेंद्र गुढ़ा के समर्थकों ने एक सभा आयोजित की थी. इस सभा को संबोधित करते हुए गुढ़ा ने गहलोत और उनकी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन राजनीति में किसी भी नेता को ये अधिकार नहीं है कि हमारी सालों की मेहनत पर पानी फेर दे. एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाने का काम करे.

जुलाई में गहलोत ने मंत्री पद से कर दिया था बर्खास्त

बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा की बगावती तेवर और सरकार के खिलाफ बयानबाजी को देखते हुए गहलोत ने इसी साल जुलाई में उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था. तब गुढ़ा राजस्थान सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मंत्री पद से बर्खास्तगी के बाद गुढ़ा ने कहा था कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है. मैंने गहलोत का साथ दिया, लेकिन उन्होंने मेरे साथ धोखेबाजी की. अब आगे से मैं ऐसे लोगों का साथ देने से पहले सौ बार सोचूंगा.

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