Operation Ajay: इजराइल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है. इस जंग में कई देशों के नागरिकों की मौत भी हो चुकी है. इन सबके बीच भारत ने इजराइल से अपने नागरिकों की सकुशल घर वापसी के लिए ऑपरेशन अजय शुरू कर दिया है. इस कड़ी में इजराइल से 212 भारतीय नागरिकों का पहला जत्था आज सुबह फ्लाइट AI1140 से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. इस दौरान इजराइल से अपने वतन वापस लौटे यात्रियों का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर मौजूद रहे.इजराइल के युद्ध के बीच देश छोड़ने के इच्छुक 212 भारतीयों को लेकर पहली चार्टर उड़ान गुरुवार को बेन गुरियन एयरपोर्ट से रवाना हुई थी.
सरकार हर भारतीय की रक्षा के लिए प्रतिबद्धदिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी. हमारी सरकार, हमारे प्रधानमंत्री उनकी रक्षा करने, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है. हम हमारे बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनकी टीम के आभारी हैं.
आतंकी हमले के बाद एयर इंडिया ने रोकी उड़ानेंसात अक्टूबर को इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के बाद एअर इंडिया ने तुरंत अपनी उड़ानें रोक दी थी। जो लोग भी इजरायल से वापस लौट रहे हैं उन्हें कोई किराया नहीं देना पड़ रहा है। सरकार उनकी वापसी का खर्च वहन कर रही है। इससे पहले तेल अवीव से ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत संचालित होने वाली विशेष उड़ान में चढ़ने के लिए हवाई अड्डे पर छात्रों सहित भारतीयों की लंबी कतार दिखी।
बुधवार को ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने का ऐलानभारत सरकार ने बुधवार को ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने की घोषणा की थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ‘ऑपरेशन अजय शुरू किया जा रहा है। विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।’ विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा, ‘हम विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारवहीं इजराइल से लौटे एक भारतीय नागरिक ने कहा कि यह पहली बार है कि हमें वहां इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. हमें वापस लाने के लिए हम भारत सरकार, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत आभारी हैं. हम इजराइल में शांति की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि हम जल्द से जल्द काम पर वापस जा सकें.
ज़रूरत पड़ी तो वायुसेना का इस्तेमालविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि ज़रूरत पड़ी तो वायुसेना का इस्तेमाल भी किया जाएगा, फिलहाल अभी के लिए चार्टर फ्लाइट से काम लिया जा रहा है, लगभग 212 लोगों को आज सुबह वापस लाया जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजराइल में रह रहे अपने भारतीय नागरिकों से अपील करते हैं कि वो जल्द ही एंबेसी में रजिस्टर करें.
इजराइल में करीब 18 हजार भारतीयजानकारी के मुताबिक करीब 18000 भारतीय इजराइल में हैं. उसमें काफी संख्या में स्टूडेंट्स भी हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया कि अभी तक किसी भारतीय के हताहत होने की खबर नहीं है. जो एक व्यक्ति घायल था हम उसके संपर्क में हैं, फिलहाल वो अस्पताल में हैं.
वेस्ट बैंक और गाज में भी फंसे भारतीयअरिंदम बागची ने कहा कि AF के C-17 C-230, IL-76 स्टैंडबाय मोड पर हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वेस्ट बैंक में लगभग एक दर्जन और गाजा में भी 3-4 भारतीय हैं, हम उसने संपर्क में हैं, इन्हें वापस लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत ने फ़िलिस्तीन, 2 राज्य समाधान पर अपनी नीति दोहराई है. बागची ने कहा कि मानवीय कानून का पालन करना एक अंतर्राष्ट्रीय दायित्व है. इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से लड़ने की वैश्विक जिम्मेदारी भी है.
नागरिकों के लिए ऑपरेशन अजय शुरूविदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने हमेशा इजराइल के साथ शांति से रहने वाले फिलिस्तीन के एक संप्रभु, व्यवहार्य राज्य की स्थापना के लिए सीधी बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत की है. प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा था कि हमारे नागरिकों की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया गया था.
यात्रियों को नहीं देना होगा किरायाउन्होंने कहा कि इस उड़ान की व्यवस्था लोगों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई है. क्योंकि एअर इंडिया ने सात अक्टूबर को लड़ाई शुरू होने के दिन अपनी उड़ान निलंबित कर दी थी. विदेश मंत्रालय ने यह भी साफ किया कि जो लोग वापस लौट रहे हैं उन्हें कोई किराया नहीं देना होगा, सरकार उनकी वापसी का खर्च वहन कर रही है.
छात्रों ने जताया आभारऑपरेशन अजय को लेकर इजराइल में एक छात्र शुभम कुमार ने कहा कि हम सरकार के आभारी हैं, अधिकतर छात्र थोड़ा घबरा गए थे. तभी अचानक हमने भारतीय दूतावास के माध्यम से प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए कुछ अधिसूचना और लिंक देखे, जिससे हमारा मनोबल बढ़ा. हमें लगा जैसे भारतीय दूतावास जुड़ा हुआ है और हमारे साथ है, जो हमारे लिए एक तरह की राहत थी. फिर हमें सभी व्यवस्थाएं मिल गईं.
अब तक हजारों लोगों की मौतमीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इजरायली सेना ने कहा कि इजराइल में अब तक 222 सैनिकों समेत 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं. मिस्र और सीरिया के साथ 1973 में हफ्तों तक चले युद्ध के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत नहीं देखी गई. वहां के अधिकारियों के अनुसार, हमास शासित गाजा पट्टी में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 1,417 लोग मारे गए हैं.