Shashi Tharoor: 'भारत अपने फैसले खुद करेगा', ट्रंप के बयान पर शशि थरूर का पलटवार
Shashi Tharoor - 'भारत अपने फैसले खुद करेगा', ट्रंप के बयान पर शशि थरूर का पलटवार
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। थरूर ने जोर देकर कहा कि भारत अपने फैसले खुद करेगा और दुनिया को खुद ही सूचित करेगा और उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मिस्टर ट्रंप का भारत के फैसलों के बारे में ऐलान करना उचित है। भारत अपने फैसले खुद करेगा और खुद ही दुनिया को बताएगा। हम दुनिया को नहीं बताते कि मिस्टर ट्रंप क्या करेंगे। इसलिए ट्रंप को भी नहीं बताना चाहिए कि भारत क्या करेगा। ' यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच हालिया फोन पर हुई बातचीत के बाद आया है।
मोदी-ट्रंप की बातचीत: व्यापार और रूस-यूक्रेन युद्ध
प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मंगलवार। को हुई बातचीत में मुख्य रूप से व्यापारिक मुद्दों और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हुई। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों को बताया, 'मोदी और मैंने व्यापार पर बात की। हम कई चीजों पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन मुख्य रूप से व्यापार की दुनिया पर और वह इसमें बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं। ' ट्रंप ने आगे दावा किया, 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की। हमारे बीच बहुत अच्छे रिश्ते हैं और वह रूस से ज्यादा तेल नहीं खरीदेंगे। वह चाहते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म हो, जितना मैं चाहता हूं। उन्होंने तेल खरीद बहुत कम कर दी है और इसे और कम करते जा रहे हैं। ' भारत का रुख स्पष्ट
हालांकि, भारत ने पहले भी ऐसे दावों को स्पष्ट किया है। पिछले हफ्ते भी ट्रंप ने दावा किया था कि मोदी ने उन्हें बताया कि भारत रूसी तेल खरीदना बंद कर देगा, लेकिन भारत ने तब भी स्पष्ट किया था कि दोनों नेताओं के बीच ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर ट्रंप को धन्यवाद देते हुए लिखा था, 'राष्ट्रपति ट्रंप, आपके फोन कॉल और गर्मजोशी भरे दीवाली बधाई संदेश के लिए शुक्रिया। रोशनी के इस पर्व पर दोनों महान लोकतंत्र दुनिया को आशा की किरण दिखाते रहें और आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट रहें और ' आधिकारिक बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने भारत-अमेरिका साझेदारी की मजबूती पर जोर दिया और आतंकवाद से लड़ने व अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की भारत की अटल प्रतिबद्धता दोहराई। यह स्पष्ट करता है कि भारत अपनी विदेश नीति और ऊर्जा सुरक्षा के हितों के अनुरूप ही निर्णय लेगा।