इंडिया: अब जल्दी ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर होगा भारत का हिस्सा: जितेंद्र सिंह

इंडिया - अब जल्दी ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर होगा भारत का हिस्सा: जितेंद्र सिंह
| Updated on: 24-Sep-2019 03:39 PM IST
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Union Minister Jitendra Singh) ने महाराजा हरि सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में यहां सोमवार (Monday) को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वह दिन अब दूर नहीं जब पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) भारत का हिस्सा होगा. सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 (Article 370) के प्रावधान समाप्त करने का निर्णय जम्मू कश्मीर की वह स्थिति बहाल करने के लिए किया गया जैसे उसे उसके आखिरी शासक महाराजा हरि सिंह ने उसे सौंपा था.

5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत दिया गया विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था. जो 31 अक्टूबर को अस्तित्व में आएगा. अनुच्छेद 370 समाप्त होने से जम्मू कश्मीर के आम लोगों को लाभ होगा और उनका उत्पीड़न समाप्त होगा. सिंह ने कहा कि जिस दिन राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले प्रावधानों को समाप्त किया गया वह दिन पुनरुत्थान और कायाकल्प का था. यह दिन कुछ लोगों की लंबी और निस्वार्थ यात्रा के चलते आया है जिन्होंने इस दिशा में अथक प्रयास किया.

सिंह ने कहा कि पूरा देश मोदी सरकार के इस निर्णायक कदम का जश्न मना रहा है. निर्णय लिये जाने के बाद कोई कर्फ्यू, हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है. असामाजिक तत्वों द्वारा गड़बड़ी रोकने के लिए कुछ पाबंदियां हैं. कश्मीर घाटी का आम व्यक्ति सरकार के निर्णय से खुश है और इससे उनका उत्पीड़न समाप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि देश के अन्य हिस्सों पर लागू नियम अब जम्मू कश्मीर पर लागू होंगे, विशेष तौर पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों से जुड़े.

महाराजा हरि सिंह एक सच्चे देशभक्त और दूरदर्शी थे. इतिहास को उनके प्रति उदार होने की जरूरत है और उनके योगदान को सही परिप्रेक्ष्य में देखने की जरूरत है. महाराजा हरि सिंह को इतिहास में सही स्थान नहीं दिया गया. अब सरकार के इस साहसी निर्णय से महाराजा का सपना पूरा हुआ है.

केंद्रीय मंत्री ने बार फिर कहा है कि पाक अधिकृत कश्मीर हमारा है और हम लोग जम्मू-कश्मीर की पुरानी बाउंड्री को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और भारत की संसद 1994 में प्रस्ताव पारित कर चुकी है.

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