संसद: नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में जोरदार बहस

संसद - नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में जोरदार बहस
| Updated on: 11-Dec-2019 05:46 PM IST
नई दिल्ली-नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) आज राज्यसभा में पेश किया गया। राज्यसभा में अमित शाह ने विपक्ष से पूछा कि क्या चाहते हैं? पूरी दुनिया से मुसलमान यहां आएं और उन्हें हम नागरिक बना दें, देश कैसे चलेगा। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि 'हम किसी भी देश से आने वाले मुस्लिमों को अपने देश की नागरिकता दे दें।' नागरिकता संशोधन बिल पर शिव सेना (Shiv Sena) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सदन में कहा कि जो बिल का समर्थन करेंगे वो देश भक्‍त होंगे और जो नहीं करेंगे वे देशद्रोही होंगे। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) ने विधेयक को लेकर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की सलाह पर इस बिल को लाया गया है। नागरिकता संशोधन बिल के विरोध को देखते हुए त्रिपुरा के कई हिस्सों में सेना तैनात की गई है। असम में सेना स्टैंडबाई पर रखी गई है। विधेयक के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने बुधवार को कई ट्रेनें रद्द कर दीं और राज्य से चलने वाली कई ट्रेनों की समय-सारिणी बदल दी। जेल से रिहा होने के बाद पी चिदंबरम पहली बार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने अपने ही वकीलों से बहस की। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सीबीआई ईडी के मुकदमे में आरोपी पी चिदंबरम और उनके वकील आज सुप्रीम कोर्ट में आमने-सामने दिखे।

नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) पर राज्यसभा में चर्चा जारी है। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिल को लेकर सदन में अपनी बात रखी। गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा, 'जो अल्पसंख्यक बाहर से हमारे देश में आए, उन्हें राहत मिली है। तीन पड़ोसी मुल्कों से लोग हमारे देश में आए। वहां उन्हें समानता का अधिकार नहीं मिला। वो लोग अपने देश में दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। वह लोग उम्मीद लेकर भारत आए थे। यह बिल लाखों लोगों के लिए किसी आशा की किरण जैसा है। ये बिल धार्मिक प्रताड़ितों के लिए है। मैं इस सदन के माध्यम से देश की जनता का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता हूं। घोषणा पत्र के आधार पर प्रचार होता है। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में इसका जिक्र किया था। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहे हैं। हमने जनता के बीच इस मुद्दे को रखा था और हमें मिला जनादेश इसपर हामी का सबूत है।'


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