पार्टी में हमारी बात नहीं सुनी गई-स्वामी प्रसाद मौर्यस्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ों का आरक्षण खत्म किया जा रहा है। जातिवार गणना की मांग को लेकर सड़क पर उतरना चाहिए था। बेरोजगारी बेतहाशा बढी है, महंगाई से लोगों की कमर टूट रही है। लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इन सब मुद्दों को लेकर हमने सड़क पर उतरने का अनुरोध किया था। लेकिन आज तक पार्टी में हमारी बातें सुनी नहीं गईं। जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है... जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है?संज्ञानार्थ,@yadavakhilesh pic.twitter.com/C3RnzRnrPU
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 20, 2024
अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है-स्वामी प्रसाद मौर्यस्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैंने इन सारी बातों का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था, उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं। जब स्वामी प्रसाद मौर्य से यह पूछा गया कि अब उनकी आगे की रणनीति क्या रहेगी तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने काह कि अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है।#WATCH समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा...जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है... जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता… pic.twitter.com/LhfYu8WXWm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2024