Rajasthan News: उदयपुर में ₹101 करोड़ 'लावारिस' जमा, RBI का विशेष शिविर आज से, जानें कैसे करें दावा

Rajasthan News - उदयपुर में ₹101 करोड़ 'लावारिस' जमा, RBI का विशेष शिविर आज से, जानें कैसे करें दावा
| Updated on: 01-Nov-2025 05:57 PM IST
राजस्थान के उदयपुर जिले में एक महत्वपूर्ण वित्तीय अभियान शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य उन करोड़ों रुपयों को उनके सही हकदारों तक पहुंचाना है जो वर्षों से बैंक खातों में 'लावारिस' पड़े हैं. जिले के 2 लाख 86 हजार 243 बैंक खातों में कुल 101. 47 करोड़ रुपये की राशि अदावाकृत जमा (Unclaimed Deposit) के रूप में निष्क्रिय पड़ी है. यह स्थिति न केवल खाताधारकों के परिवारों के लिए एक नुकसान. है, बल्कि देश की वित्तीय प्रणाली में भी एक बड़ी चुनौती है. इस समस्या के समाधान के लिए, भारत सरकार के निर्देश पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान 'आपकी पूंजी, आपका अधिकार' शुरू किया है, जिसका लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना और दावा प्रक्रिया को सरल बनाना है.

उदयपुर में विशेष शिविर का आयोजन

इस अभियान के तहत, उदयपुर शहर के भुवाणा स्थित एक निजी रिसॉर्ट में 1 नवंबर 2025 को सुबह 10 बजे से एक विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा. यह शिविर आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में होगा और इसका मुख्य उद्देश्य अदावाकृत जमाओं से संबंधित मुद्दों पर नागरिकों की सहायता करना है. इस शिविर में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित सभी प्रमुख बैंकों, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), बीमा कंपनियों और पेंशन फंड के अधिकारी उपस्थित रहेंगे और यह एक अनूठा अवसर होगा जहां नागरिक अपनी अदावाकृत संपत्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और दावा प्रक्रिया को समझने में मदद पा सकेंगे.

अभियान का उद्देश्य और महत्व

लीडिंग डिस्ट्रिक्ट मैनेजर संजय कुमार गुप्ता ने इस अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अक्सर जागरूकता की कमी या दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण लोग अपने बैंक खातों या अन्य वित्तीय संपत्तियों के लिए जीते-जी वारिस घोषित नहीं कर पाते हैं. ऐसे में उनकी मृत्यु के बाद, उनकी संपत्ति बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थानों में अदावाकृत रह जाती है और 'आपकी पूंजी, आपका अधिकार' अभियान का मुख्य उद्देश्य इन निष्क्रिय पड़ी राशियों को उनके वैध वारिसों तक पहुंचाना है, जिससे वे अपनी पूंजी का उपयोग कर सकें. यह अभियान वित्तीय समावेशन और उपभोक्ता संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

शिविर में मिलने वाली सहायता

उदयपुर में आयोजित होने वाले इस विशेष शिविर में विभिन्न प्रकार की अदावाकृत संपत्तियों से संबंधित सहायता प्रदान की जाएगी और इसमें न केवल अदावाकृत बैंक जमा शामिल हैं, बल्कि अदावाकृत बीमा दावे, अदावाकृत डिविडेंड (लाभांश), अदावाकृत शेयर और म्यूचुअल फंड से संबंधित जानकारी और दावा प्रक्रिया में भी सहायता मिलेगी. यह शिविर उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने परिवार के सदस्यों की ऐसी किसी भी अदावाकृत संपत्ति के बारे में अनभिज्ञ हैं या जिन्हें दावा प्रक्रिया को लेकर कोई कठिनाई आ रही है और विशेषज्ञ अधिकारी मौके पर ही मार्गदर्शन प्रदान करेंगे और आवश्यक दस्तावेज जमा करने में मदद करेंगे.

UDGAM पोर्टल का उपयोग कैसे करें

संजय कुमार गुप्ता ने आगे बताया कि आरबीआई ने अदावाकृत जमा की जानकारी तक पहुंचने. के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल 'UDGAM' (Unclaimed Deposits Gateway to Access Information) लॉन्च किया है. यह पोर्टल किसी भी नागरिक को अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के नाम पर किसी भी बैंक में पड़ी अदावाकृत जमा राशि का पता लगाने में मदद करता है. यह एक उपयोगकर्ता-अनुकूल मंच है जो जानकारी तक पहुंच को आसान बनाता है और पारदर्शिता बढ़ाता है और यह पोर्टल उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो विभिन्न बैंकों में संभावित अदावाकृत जमाओं की तलाश कर रहे हैं. UDGAM पोर्टल का उपयोग करके अदावाकृत जमा की जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया सरल और सीधी है. सबसे पहले, नागरिक को यूडीजीएएम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. यदि वे पहली बार पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं,. तो उन्हें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके पंजीकरण करना होगा. पंजीकृत उपयोगकर्ता अपने विवरण का उपयोग करके सीधे लॉग इन कर सकते हैं. लॉग इन करने के बाद, अदावाकृत जमा की खोज करने के लिए कुछ आवश्यक विवरण. दर्ज करने होंगे, जैसे खाताधारक का नाम, पैन नंबर, आधार नंबर, वोटर आईडी या जन्म तिथि. यह पोर्टल वर्तमान में 30 बैंकों में जमा अदावाकृत डिपॉजिट की जानकारी प्रदान करता है. एक बार जब उपयोगकर्ता को पता चल जाता है कि उनकी लावारिस जमा राशि किस बैंक में है, तो उन्हें सीधे उस बैंक की वेबसाइट या शाखा से संपर्क करना होगा और बैंक उन्हें लावारिस जमा पर दावा करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा और दावा करते समय पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण और जमा का प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे. जमा राशि वापस पाने के लिए दावा संबंधित बैंक के माध्यम से ही करना होता है.

UDGAM पोर्टल पर उपलब्ध बैंकों की सूची

UDGAM पोर्टल पर वर्तमान में 30 बैंकों में अदावाकृत जमा की जानकारी उपलब्ध है. इन बैंकों में एक्सिस बैंक लि. , बैंक ऑफ बड़ोदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटीबैंक एन. ए. , डीबीएस बैंक इंडिया लि. , धनलक्ष्मी बैंक लि और , फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी लि. , आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ऑवरसीज बैंक, इंडसइंड बैंक, जम्मू एण्ड कश्मीर बैंक लि. , कर्नाटक बैंक लि. , पंजाब नेशनल बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, सारास्वत कोओपरेटिव बैंक, साउथ इंडियन बैंक लि. , स्टैण्डर्ड चार्टेड बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, तमिलनाड मर्केन्टाइल बैंक, द करूर वैश्य बैंक लि. , यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं. यह व्यापक सूची सुनिश्चित करती है कि अधिकांश अदावाकृत जमाओं को पोर्टल के माध्यम से ट्रैक किया जा सके, जिससे नागरिकों को अपनी खोई हुई पूंजी तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

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