Russia-Ukraine War: यूक्रेन शांति प्रस्ताव: अमेरिका ने तैयार किया मसौदा, जेलेंस्की ने किया खारिज

Russia-Ukraine War - यूक्रेन शांति प्रस्ताव: अमेरिका ने तैयार किया मसौदा, जेलेंस्की ने किया खारिज
| Updated on: 21-Nov-2025 07:37 AM IST
यूक्रेन में तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से, अमेरिका ने एक महत्वपूर्ण शांति प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया है। इस मसौदे में यूक्रेन के लिए कुछ कठिन शर्तें शामिल हैं, जिनमें अपनी कुछ जमीन रूस को सौंपना और अपनी सैन्य क्षमता को कम करना शामिल है और यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के सभी पिछले प्रयास विफल रहे हैं, और युद्ध का कोई स्पष्ट परिणाम भी सामने नहीं आया है।

युद्ध की पृष्ठभूमि और अमेरिकी प्रयास

रूस और यूक्रेन के बीच यह विनाशकारी युद्ध तीन साल से अधिक समय से जारी है, जिससे व्यापक मानवीय संकट और भू-राजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई है। इस लंबी अवधि के दौरान, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों और देशों ने युद्ध को समाप्त करने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन कोई भी सफल नहीं हो पाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो लंबे समय से इस संघर्ष को समाप्त करने की। वकालत कर रहे हैं, ने शांति स्थापित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने अब एक नया और विस्तृत। शांति प्रस्ताव तैयार किया है, जिसका उद्देश्य इस गतिरोध को तोड़ना है। इस प्रस्ताव के मुख्य बिंदु यूक्रेन द्वारा रूस को क्षेत्रीय रियायतें देना और उसकी सेना के। आकार को कम करना है, जो यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ रखता है।

जेलेंस्की द्वारा प्रस्ताव का खंडन

एपी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिकी सैन्य सचिव सहित कई उच्च-स्तरीय सैन्य अधिकारी शांति वार्ता में सहायता के लिए यूक्रेन पहुंचे हैं। अमेरिकी व्हाइट हाउस के उप प्रमुख स्टीफन मिलर ने इस नए शांति प्रस्ताव पर सीधे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के व्यापक उद्देश्य पर जोर दिया, जिसमें यूरोप में शांति स्थापित करना और निर्दोष लोगों की जान बचाना शामिल है। हालांकि, इस प्रस्ताव के सामने आने के तुरंत बाद, खबर आई कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने इस मसौदे को पहले ही खारिज कर दिया है। जेलेंस्की का यह रुख यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के प्रति उसकी दृढ़ता को दर्शाता है, क्योंकि प्रस्ताव में अपनी जमीन का एक हिस्सा रूस को सौंपने की बात कही गई है, जिसे यूक्रेन अस्वीकार्य मानता है।

अमेरिका और रूस की प्रतिक्रियाएँ

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके अधिकारी एक स्थायी शांति समझौते पर विचार कर रहे हैं और यह प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पक्षों, यानी रूस और यूक्रेन, को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए "मुश्किल लेकिन जरूरी समझौते" करने होंगे। यह टिप्पणी इस बात का संकेत देती है कि अमेरिका का मानना है कि शांति के लिए दोनों देशों को रियायतें देनी होंगी। दूसरी ओर, रूस की सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा है। कि यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए फिलहाल अमेरिका के साथ कोई वास्तविक बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ "संपर्क" जरूर हुए हैं, लेकिन उन्हें "वास्तविक परामर्श" नहीं कहा जा सकता। पेस्कोव का बयान इस बात पर प्रकाश डालता है कि रूस इस प्रस्ताव को एक औपचारिक या गंभीर वार्ता के रूप में नहीं देख रहा है, या कम से कम सार्वजनिक रूप से ऐसा नहीं दिखा रहा है।

यूरोप का हस्तक्षेप और सहमति की आवश्यकता

शांति प्रस्ताव की अटकलों के बीच, यूरोपीय संघ भी इस मामले में सक्रिय रूप से शामिल हो गया है। यूरोप के शीर्ष राजनयिकों ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन पर रूस के हमले को रोकने के किसी भी प्रयास में यूक्रेन और यूरोप दोनों से परामर्श और सहमति आवश्यक है। यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काया कालास ने इस बात पर जोर दिया कि "किसी भी योजना के सफल होने के लिए, उसमें यूक्रेनियों और यूरोपियनों की सहमति जरूरी है। इसमें यूरोप को भी शामिल होना चाहिए और " यह बयान इस बात को रेखांकित करता है कि यूरोप इस क्षेत्र में किसी भी शांति समझौते में अपनी भूमिका और यूक्रेन की संप्रभुता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को महत्वपूर्ण मानता है। यूरोपीय संघ का मानना है कि यूक्रेन की भागीदारी के बिना कोई भी शांति योजना टिकाऊ नहीं हो सकती, और यूरोप के सुरक्षा हितों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।

आगे की राह और चुनौतियाँ

यह नया अमेरिकी शांति प्रस्ताव, भले ही जेलेंस्की द्वारा खारिज कर दिया गया हो और रूस द्वारा सक्रिय वार्ता के रूप में नहीं देखा गया हो, इस बात का संकेत है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध को समाप्त करने के लिए नए रास्ते तलाश रहा है। हालांकि, प्रस्ताव की शर्तें, विशेष रूप से क्षेत्रीय रियायतें और सैन्य कटौती, यूक्रेन के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करती हैं। यूक्रेन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और ऐसे में किसी भी ऐसे प्रस्ताव को स्वीकार करना मुश्किल होगा जो इन सिद्धांतों का उल्लंघन करता हो और यूरोप का रुख भी स्पष्ट है कि यूक्रेन की सहमति के बिना कोई भी समाधान संभव नहीं है। इस प्रकार, युद्ध को समाप्त करने के लिए एक स्थायी और स्वीकार्य समाधान खोजने की राह अभी भी अनिश्चित और चुनौतियों से भरी हुई है। विभिन्न हितधारकों के बीच आम सहमति तक पहुंचना एक जटिल कार्य बना हुआ। है, और आगे की बातचीत में इन सभी पहलुओं पर विचार करना होगा।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।