प्रतिमा का अनावरण: CAG परिसर में बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण कर उपराष्ट्रपति ने कहा संविधान की मर्यादाओं के निर्वहन के लिए निरंतर प्रयास करें नागरिक

प्रतिमा का अनावरण - CAG परिसर में बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण कर उपराष्ट्रपति ने कहा संविधान की मर्यादाओं के निर्वहन के लिए निरंतर प्रयास करें नागरिक
| Updated on: 22-Jul-2020 01:57 PM IST
New Delhi | उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने भ्रष्टाचार की कुवृत्ति को देश के विकास और प्रगति में सबसे बड़ा अवरोध बताते हुए, सरकार, सिविल सोसायटी तथा देश के सभी नागरिकों से, साथ मिल कर इस कुवृति को देश से समाप्त करने का आह्वाहन किया। वे आज CAG परिसर में बाबा साहब डॉ बी आर अम्बेडकर की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर उपस्थित अतिथियों को संबोधित कर रहे थे।


पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उद्धृत करते हुए श्री नायडू ने कहा कि अभिभावकों के साथ शिक्षक भी विद्यार्थियों के चरित्र को गढ़ने तथा एक मूल्य आधारित नैतिक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।


डॉ. अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे - एक दूरदृष्टा राजनेता, एक प्रखर विद्वान, प्रबुद्ध विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, लेखक, समाज सुधारक तथा उदार मानवतावादी थे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज हमारे संविधान की गणना विश्व के सबसे विशद विधानों में होती है, भारत के संविधान के निर्माण में डॉ अम्बेडकर के महत्वपूर्ण योगदान तथा विषम परिस्थितियों में देश का मार्गदर्शन करने के लिए, राष्ट्र उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहेगा।


उन्होंने कहा आज भी हमारा संविधान हमारे लिए एक पवित्र ग्रंथ है, राष्ट्रीय जीवन के हर मुद्दे पर एक प्रकाश स्तंभ की तरह हमारा मार्गदर्शन करता है। उन्होंने देश के नागरिकों से संविधान की मर्यादाओं के निर्वहन के लिए निरंतर अभीष्ट प्रयास करते रहने का आग्रह किया।


डॉ. अम्बेडकर को दबे हुए दुर्बल वर्गों का मसीहा बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वे आजीवन लैंगिक समानता और शिक्षा के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के प्रबल समर्थक रहे, सभी नागरिकों में समानता और बराबरी सुनिश्चित करने के लिए जाति के बंधनों को तोड़ने के सार्थक प्रयास करते रहे।


उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा हमारे इस महान नायक के आदर्शों और विचारों का स्मरण दिलाती रहेगी, उनकी शिक्षा से भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करती रहेगी, वे विचार जो आज भी हमाको दिशा दिखलाते हैं , यही इस प्रतिमा की स्थापना का उद्देश्य भी है।


एक स्वतंत्र और विश्वसनीय संस्था के रूप में CAG का अभिनन्दन करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज CAG की प्रतिष्ठा एक स्वतंत्र और विश्वसनीय संस्था के रूप में स्थापित है और इसका श्रेय हमारे संविधान निर्माताओं को, विशेषकर डॉ. अम्बेडकर को, जाना चाहिए जिन्होंने एक स्वतंत्र संस्था के रूप में CAG के व्यापक अधिकारों निर्धारित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता, तथ्यों पर आधारित निष्पक्ष वस्तुनिष्ठता, उपलब्ध तथ्यों के प्रति निष्ठा, विश्वसनीयता, पारदर्शिता, प्रोफेशनल कौशल उत्कृष्टता के गुण जो आज CAG की पहचान हैं, इन गुणों की प्रेरणा डॉ अम्बेडकर के जीवन और आदर्शों से ही प्राप्त हुई है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जवाबदेही, पारदर्शिता तथा सुशासन लोकतंत्र की आवश्यक शर्त है।


इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने CAG की रिपोर्टों तथा उनके आधार पर विधाई निकायों और उनकी समितियों में हुए विमर्श के परिणामस्वरूप हुए नियमों में परिवर्तनों, शासकीय प्रणाली में आए बदलावों, सरकारी पद्धतियों में अाई प्रभावी किफायत और दक्षता के लिए, CAG को श्रेय दिया।


इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने विश्व के सर्वोच्च लेखा संस्थानों में विश्वसनीयता, उत्कृष्टता और ख्याति स्थापित करने के लिए CAG का अभिनन्दन किया। उन्होंने CAG द्वारा 2022 तक अपने कार्यालय को पेपर मुक्त बनाने के लक्ष्य की भी सराहना की।


इससे पूर्व भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) श्री राजीव महर्षि ने स्वागत भाषण दिया और डेप्युटी CAG सुश्री अनीता पटनायक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।