Shehbaz Sharif: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और गहरा दिया है। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक, सैन्य और कूटनीतिक तनाव में वृद्धि हुई है। यह लेख इस घटना के बाद के घटनाक्रम, दोनों देशों की प्रतिक्रियाओं और अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की स्थिति का विश्लेषण करता है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई नागरिक और सुरक्षाकर्मी हताहत हुए। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया और तुरंत "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई। भारत का दावा है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ एक आवश्यक कदम था।
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उसकी जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं हो रहा। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने भारत पर नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्षविराम उल्लंघन का आरोप लगाया और दावा किया कि उसने भारत के दो ड्रोन मार गिराए।
हमले के बाद भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया और पाकिस्तानी उड़ानों के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र में नोटिस टु एयरमैन (NOTAM) जारी किया, जिससे दोनों देशों के बीच हवाई यातायात पर गंभीर प्रतिबंध लग गया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से टेलीफोन पर बातचीत की और भारत पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। यह दूसरी बार था जब शरीफ ने रुबियो से इस मुद्दे पर चर्चा की, इससे पहले मई 2025 में भी उन्होंने भारत पर उकसावे का आरोप लगाया था। न्यूज एजेंसी एजेंस फ्रांस प्रेस के अनुसार, रुबियो ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात करने और तनाव कम करने की अपील करने का निर्णय लिया।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उसने भारतीय सेना के साथ 6 दिन पहले कश्मीर में हुई गोलीबारी पर चर्चा की। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद चौधरी ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघनों पर बातचीत हुई। दूसरी ओर, भारतीय सेना ने बताया कि उसने लगातार छठी रात पाकिस्तानी गोलीबारी का जवाब दिया। यह लगातार सैन्य तनाव दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को बढ़ा रहा है।
पहलगाम हमले ने दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई को और चौड़ा कर दिया है। भारत का मानना है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है, जबकि पाकिस्तान भारत पर क्षेत्रीय अस्थिरता का आरोप लगाता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका, इस तनाव को कम करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन दोनों देशों की कठोर नीतियां और सैन्य गतिविधियां शांति की राह में बाधा बन रही हैं।