Ajit Pawar News: 'जो लड़कियों को हाथ लगाए, उसे नपुंसक बना दें'- अजित पवार

Ajit Pawar News - 'जो लड़कियों को हाथ लगाए, उसे नपुंसक बना दें'- अजित पवार
| Updated on: 25-Aug-2024 12:35 PM IST
Ajit Pawar News: बदलापुर में हाल ही में हुए एक भयानक यौन उत्पीड़न मामले ने पूरे महाराष्ट्र को हिला दिया है। यह मामला तब सामने आया जब चौथी कक्षा की दो छोटी लड़कियों के साथ उनके स्कूल में कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को बल्कि पूरे राज्य को आक्रोशित कर दिया है।

प्रदर्शन और जनगुस्सा

घटना के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। प्रभावित क्षेत्र के निवासियों ने लगातार कई दिनों तक प्रदर्शन किए, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी को कड़ी सजा मिले और स्कूल में बच्चियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन तुरंत कदम उठाए। प्रदर्शनकारियों की एकजुटता और उनके दृढ़ संकल्प ने इस मामले को एक राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की टिप्पणी

इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। शनिवार को यवतमाल में आयोजित 'लड़की बहिन' योजना के कार्यक्रम के दौरान पवार ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को नपुंसक बना दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि ऐसे अपराधियों को कानून का ऐसा कोप दिखाना चाहिए कि वे भविष्य में ऐसी हरकत करने की सोच भी न सकें। पवार के इस बयान ने निश्चित रूप से अपराधियों के प्रति समाज की चिंता और गुस्से को प्रकट किया है।

शरद पवार का विरोध प्रदर्शन

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने भी पुणे में काली पट्टी बांधकर बदलापुर की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पवार ने इस दौरान कहा, "महाराष्ट्र में ऐसा कोई दिन नहीं है जब महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की कोई खबर न आए। सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इस गंभीर मुद्दे को राजनीति की नजर से देख रही है, जो कि एक गहरी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।

स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई

इस घटना के बाद, विशेष जांच दल (एसआईटी) ने स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की। आरोप है कि इन अधिकारियों ने पोक्सो अधिनियम की धारा 19 का पालन नहीं किया, जिसके तहत उन्हें नाबालिगों के खिलाफ यौन उत्पीड़न की जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचित करना अनिवार्य है। इस प्रकार की लापरवाही से न केवल अपराधी को संरक्षण मिला बल्कि नाबालिगों की सुरक्षा पर भी प्रश्न उठे।

निष्कर्ष

बदलापुर में हुई इस हृदयविदारक घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि समाज में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। साथ ही, इसने यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूलों और अन्य संस्थानों को नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए। महाराष्ट्र के नेताओं के आक्रोश और प्रदर्शन यह दर्शाते हैं कि समाज अब और बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसे अपराधों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने चाहिए।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।