बिहार: जींस वाली मॉडर्न लड़की के लिए छोड़ा पत्‍नी को, महिला आयोग पहुंचा मामला

बिहार - जींस वाली मॉडर्न लड़की के लिए छोड़ा पत्‍नी को, महिला आयोग पहुंचा मामला
| Updated on: 01-Jan-2020 04:08 PM IST
पटना।  बिहार राज्य महिला आयोग (Bihar State Women's Commission) में एक शख्‍स द्वारा तीन शादी करने के मामले ने सबको चौंका दिया है।  दरअसल, यहां एक ऐसा मामला आया है, जिसमें एक सिविल इंजीनियर पर आरोप लगा है कि उसने पत्नी को यह कहकर छोड़ दिया कि वह अब उसके काबिल नहीं हैं और वह जींस पहनने वाली किसी मॉडर्न लड़की से शादी करेगा।  हालांकि, इस मामले में खास बात यह है कि लड़के के रिश्तेदार पीड़ित महिला का साथ दे रहे हैं। 

पांच साल के बेटे प्रिंस के साथ राज्य महिला आयोग पहुंची पीड़ित महिला पुनिया देवी ने बताया कि वह यहां अपने पति कि तीसरी शादी की खबर सुनने बाद आई हैं।  दरअसल, पुनिया और सुरेंद्र बिंद कि शादी वर्ष 2009 में हुई थी, लेकिन कुछ वर्षों बाद उसकी नौकरी बिहार सरकार में इंजीनियर के पद पर लग गई तो उसने पत्नी को छोड़ने की बात कह दी।  आरोप है कि सुरेंद्र ने पुनिया से कहा कि वह देखने में सुंदर नहीं हैं।  पुनिया देवी का आरोप है कि सुरेंद्र अग्नि परीक्षा के बाद उन्‍हें अपनाने की बात कहता है। बकौल पुनिया देवी, सुरेंद्र कुछ वर्षों से अपने घर नहीं जा रहा, लेकिन वह हमेशा इस आस में रही कि एक दिन वह लौट आएगा।  बाद में पता चला कि उसने 2 दिसंबर को शादी कर ली है तो वह टूट गई और उसका साथ देने पूरा परिवार उसके साथ पटना आ पहुंचा।  लड़के के रिश्तेदार भी पुनिया देवी के साथ खड़े हैं औऱ चाहते हैं उन्‍हें इंसाफ मिले। 

मजदूरी कर बच्‍चों को पाल रहीं

लड़के की चाची मंतिया देवी कहती हैं, 'शादी हमने ही करवाई थी।  उस समय सुरेंद्र पढ़ाई कर रहा था और उसकी पढ़ाई का खर्चा भी पुनिया के घर वाले देते थे।  जब वह इंजीनियर बन गया तो सुरेंद्र ने पुनिया को छोड़ दिया।  हम इसके साथ खड़े हैं, क्‍योंकि ये ईमानदार हैं।  खुद मजदूरी करके बच्चे को पाल रही हैं। पुनिया को मिले न्‍यायआरोपी शख्‍स के चाचा कृष्णा बिंद बताते है सुरेंद्र ने एक और शादी कि थी।  दूसरी पत्नी के परिवार को उसने पैसे देकर उसकी कहीं और शादी करवा दी।  कृष्‍णा बताते हैं कि वह लड़के के घर वाले हैं, लेकिन इस घटना से शर्मिंदा हैं।  सुरेंद्र को समझाने का कोई फायदा नहीं हुआ।  अब हम कारवाई चाहते हैं, ताकि पुनिया को न्याय मिले। 

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