IND vs ENG: लंदन के ऐतिहासिक केनिंग्टन ओवल में 31 जुलाई से भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच खेला जाएगा। भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज को 2-2 की बराबरी पर खत्म करने की कोशिश करेगी। हालांकि, यह चुनौती आसान नहीं होगी, क्योंकि इंग्लैंड की टीम अपने घरेलू मैदान पर मजबूत स्थिति में है। इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन गेंदबाजी विभाग में टीम को अब तक अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। इस निर्णायक मुकाबले से पहले सबसे बड़ा सवाल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की भागीदारी को लेकर है।
टीम इंडिया के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने 29 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह की भागीदारी पर बयान दिया। उन्होंने कहा, "जसप्रीत बुमराह पूरी तरह फिट हैं, लेकिन उनके वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए अंतिम फैसला मैच के दिन लिया जाएगा। कोच और कप्तान मिलकर यह तय करेंगे कि वह इस मैच में खेलेंगे या नहीं।" बुमराह ने इस सीरीज में अब तक तीन टेस्ट खेले हैं और 14 विकेट हासिल किए हैं, जो इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (17 विकेट) के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने स्पष्ट किया था कि वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते बुमराह इस दौरे पर केवल तीन टेस्ट खेलेंगे। बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में वह नहीं खेले थे। अब जबकि बुमराह तीन मैच खेल चुके हैं, उनकी भागीदारी पर फैसला उनकी फिटनेस और टीम रणनीति पर निर्भर करेगा।
अगर जसप्रीत बुमराह पांचवें टेस्ट में खेलते हैं, तो उनके पास दो बड़े रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा अवसर होगा:
इंग्लैंड में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज: वर्तमान में यह रिकॉर्ड इशांत शर्मा के नाम है, जिन्होंने 15 टेस्ट में 51 विकेट लिए हैं। बुमराह ने 12 टेस्ट में भी 51 विकेट हासिल किए हैं और उन्हें इशांत को पीछे छोड़ने के लिए केवल एक विकेट की जरूरत है।
इंग्लैंड में सबसे सफल एशियन गेंदबाज: अगर बुमराह तीन और विकेट लेते हैं, तो वह वसीम अकरम (53 विकेट) को पीछे छोड़कर इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एशियन गेंदबाज बन जाएंगे।
भारतीय बल्लेबाजों ने इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन गेंदबाजी में निरंतरता की कमी रही है। इंग्लैंड की ओर से बेन स्टोक्स ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया है। दूसरी ओर, बुमराह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के सबसे मजबूत स्तंभ रहे हैं। उनकी मौजूदगी ओवल टेस्ट में भारत के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।