छत्तीसगढ़: 'शुभ मुहूर्त' के इंतज़ार में 10 साल से ससुराल नहीं गई महिला, हाईकोर्ट ने दी तलाक को मंज़ूरी

छत्तीसगढ़ - 'शुभ मुहूर्त' के इंतज़ार में 10 साल से ससुराल नहीं गई महिला, हाईकोर्ट ने दी तलाक को मंज़ूरी
| Updated on: 07-Jan-2022 09:09 AM IST
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां हाई कोर्ट ने हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के तहत तलाक की अनुमति दे दी है, क्योंकि पत्नी अपने पति से करीब 10 साल तक दूर रही. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रही महिला पीछे 10 साल से अपने ससुराल नहीं गई है. अदालत ने पति से इतनी लंबी अवधि तक दूर रहने के मामले को परित्याग (abandonment) का मामला माना है और इसे अपने फैसले में एक मजबूत आधार माना है.

कथित तौर पर, याचिकाकर्ता संतोष सिंह ने पहले फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए एक याचिका दायर की थी, जिसने परित्याग के आधार पर तलाक के लिए उनकी याचिका को खारिज कर दिया था. बाद में उन्होंने फैमिली कोर्ट के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी. याचिका के मुताबिक, इस जोड़े ने जुलाई 2010 में शादी की. यह जोड़ा केवल 11 दिनों तक साथ रहा जिसके बाद महिला के परिवार वाले आए और उसे यह कहकर ले गए कि उन्हें कोई जरूरी काम है. इसके बाद पति ने दो बार उसे वापस लाने की कोशिश की लेकिन महिला ने यह कहते हुए आने से इनकार कर दिया कि यह शुभ समय नहीं है, टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया.

याचिका के जवाब में महिला ने कहा कि जब शुभ मुहूर्त शुरू हुआ तो वह वापस आने को तैयार थी, संतोष सिंह फिर उसे वापस लेने नहीं आया. महिला ने कहा, "मैंने संतोष को नहीं छोड़ा, लेकिन वह प्रचलित रिवाज के अनुसार मुझे वापस ले जाने में विफल रहा.

सिंह के वकील ने कहा कि महिला जानती थी कि वैवाहिक अधिकारों की बहाली के लिए डिक्री पारित हो चुकी है, लेकिन उसने अभी भी अपने पति के साथ वैवाहिक जीवन में प्रवेश नहीं किया है. इस पर महिला के वकील ने प्रतिवाद किया कि दोनों पक्षों के बीच प्रचलित प्रथा यह थी कि 'दुवीरागमन' के समारोह के दौरान, संतोष को अपनी पत्नी को वापस लेने के लिए आना पड़ता है, लेकिन वह उस अवधि के दौरान आया था जो शुभ नहीं था, जिसके बाद उसे शुभ मुहूर्त में वापस आने को कहा.

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।