मध्य प्रदेश / एमपी सरकार द्वारा 17% स्टाइपेंड वृद्धि की घोषणा के बाद 3,000 जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त की

Zoom News : Jun 07, 2021, 04:36 PM
भोपाल. प्रदेश में पिछले 6 दिनों से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई. इस हड़ताल के खत्म होने के साथ ही अस्पतालों में इलाज करा रहे हजारों मरीजों को बड़ी राहत मिली. जूनियर डॉक्टर्स का पर लौट गए. जूडा डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सोमवार सुबह चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात कर हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया.

जूडा एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश पाठक ने कहा कि हड़ताल खत्म हुई. जूनियर डॉक्टर काम पर लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि शाम को आदेश भी पारित हो जाएगा. 17 परसेंट स्टाइपेंड को लेकर सरकार के साथ सहमति बनी है. सभी मांगों को लेकर सहमति बन चुकी है. 24 परसेंट स्टाइपेंड को लेकर कमेटी बनी है. जल्द से जल्द निर्णय ले लिया जाएगा.

इन बातों पर बनी सहमति- जूडा

जूडा एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश पाठक ने कहा 6% वेतन वृद्धि को लेकर सीपीआई इंडेक्स की तर्ज पर सालाना वृद्धि होगी. ग्रामीण इलाकों में काम करने के लिए बॉन्ड कमेटी बनेगी. कमेटी जल्द से जल्द आदेश जारी करेगी. थर्ड ईयर स्टूडेंट का ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले बॉन्ड को कोविड बॉन्ड में मर्ज किया गया है. जूनियर डॉक्टर कभी भी मरीजों का अहित नहीं चाहता है. हमारी मांगे मान ली गई हैं. इसीलिए हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट रहे हैं. ग्वालियर और जबलपुर में भी जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है.

मुझे खुशी है, उनक स्टायपेंड बढ़ाया जाएगा- सारंग

वहीं, विश्वास सारंग ने कहा- मुझे प्रसन्नता है कि जूडा ने हड़ताल खत्म कर दी है. उन्हें बातचीत का आदर किया. उनका स्टायपेंड 17 फीसदी बढ़ाया जाएगा. गौरतलब है कि जूडा ने सारंग से रविवार को भी मुलाकात की थी. लेकिन, कोई हल नहीं निकला था. सारंग से चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने कल कहा था कि उनका आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा. जूडा अध्यक्ष अरविंद मीणा ने कहा था कि वह सरकार से लिखित में आदेश चाहते हैं. आदेश निकलने के बाद ही आंदोलन खत्म होगा. मंत्री सारंग के साथ हुई चर्चा पर जूनियर डॉक्टरों ने कहा था कि मंत्री विश्वास सारंग ने उन्हें उनकी मांगों के समाधान का भरोसा दिलाया है. लेकिन उनकी मांग है कि उनकी समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाए.

हाई कोर्ट के निर्देश पर बनी टास्क फोर्स

गौरतलब है कि जूडा से जुड़ी समस्याओं को लेकर हाई कोर्ट के निर्देश पर टास्क फोर्स बनाई गई है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली टास्कफोर्स के सामने जूनियर डॉक्टर अपने मुद्दों को रख सकते हैं.

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