Samajwadi Party / राहुल-प्रियंका को लेकर अखिलेश यादव के इशारे पर किस मिशन में जुटी सपा?

Zoom News : Nov 02, 2023, 03:00 PM
Samajwadi Party: अखिलेश यादव के लोग काम पर लग गए हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने अभी ‘साइलेंट’ रहने का फैसला किया है. इसीलिए उनकी लड़ाई इशारों ही इशारों वाली है. लेकिन उनकी टीम के लोगों ने ‘हल्ला बोल’ का एलान कर दिया है. कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के युद्ध विराम की अपील के बाद भी समाजवादी अब मोर्चे से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. अखिलेश यादव के करीबी लोगों ने अब सीधे गांधी नेहरू परिवार पर अटैक का मन बनाया है. फॉर्मूला ये बना है कि चोट वहां की जाए, जहां दर्द सबसे अधिक हो. इसीलिए अखिलेश यादव के करीबी लोगों ने रणनीति के तहत कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं.

अंग्रेजी में एक कहावत बड़ी पुरानी है. ऑफेंस इज द बेस्ट डिफेंस. इसका मतलब ये है कि आक्रमण ही अपनी रक्षा सबसे बेहतर उपाय है. अखिलेश यादव अब इसी कहावत पर चल रहे हैं. इसी रास्ते पर चल कर कांग्रेस ने एमपी में समाजवादी पार्टी के लिए एक सीट नहीं छोड़ी. सीटों के बंटवारे को लेकर अखिलेश यादव को कमलनाथ ने बातचीत में उलझाए रखा. फिर अचानक कह दिया कि इंडिया गठबंधन तो लोकसभा चुनाव के लिए है. अखिलेश यादव को ऐसा झटका लगा कि उसकी कंपन समाजवादी पार्टी अब भी महसूस कर रही है.

क्या है समाजवादी पार्टी का प्लान?

पहला प्लान कांग्रेस से गठबंधन को लेकर हैं. अगर समझौता हुआ तो भी समाजवादी पार्टी 65 से कम सीटों पर तैयार नहीं होगी. मतलब ये कि कांग्रेस के लिए सिर्फ 15 लोकसभा सीटें बचेंगी. अखिलेश यादव चाहते हैं कि यूपी में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व हर लिहाज से उनके पास हो. क्या पता कांग्रेस की तैयारी एमपी वाला खेल यूपी में भी करने की हो. इस बार टीम अखिलेश कोई गलती करने के मूड में नहीं है. दूसरे प्लान में कांग्रेस से गठबंधन न होने की सूरत में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी है. एक स्थिति ये भी है कि सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस से बात नहीं बने. ऐसी हालत में समाजवादी पार्टी की तैयारी दूसरी तरह की है. अखिलेश यादव जानते हैं कि कांग्रेस के कुछ नेता मायावती से गठबंधन की फिराक में हैं.

कांग्रेस से गठबंधन में भी कम से कम 65 सीटों पर लड़ने का एलान कर अखिलेश यादव ने अपनी टीम को मंत्र दे दिया है. अब इसी मंत्र का जाप उनके करीबी लोगों ने करना शुरू कर दिया है. पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय कहते हैं कांग्रेस यूपी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है. वह लगातार हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ ओछे बयान दे रही है. उसे आजमगढ़ याद है लेकिन कांग्रेस ये भूल जाती है कि अगर हम समर्थन न दें तो रायबरेली और अमेठी में भी खाता खोलना मुश्किल हो जाएगा.

यूपी में लोकसभा चुनाव को लेकर रस्साकशी

पार्टी के एक और प्रवक्ता आईपी सिंह कहते हैं कौन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में? 2019 में हिंदी बेल्ट की ढाई सौ सीटों में कांग्रेस को 5 सीटें मिली थीं. सीरियल में काम करने वाली महिला ने अमेठी से खदेड़ दिया है और कांग्रेसी अब समाजवादी से मुचैटा ले रहे हैं उन्होंने सोशल मीडिया साइट X (पहले ट्विटर) पर ये बात पोस्ट की है. आईपी सिंह ने आगे लिखा है कि लोकसभा चुनाव में हम 80 की 80 सीटों पर लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रियंका गांधी के इशारे पर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय हमारे नेता अखिलेश यादव के खिलाफ अनाप शनाप बोल रहे हैं. उनकी मानें तो इसीलिए अब ये तय हुआ कि हम भी कांग्रेस के बड़े नेताओं को टारगेट करें.

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