दिल्ली / 'पंडित जी' ने मुझे चुपचाप घर जाकर सोने को कहा था: दिल्ली की 9-वर्षीय रेप पीड़िता की मां

Zoom News : Aug 06, 2021, 08:23 AM
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 9 साल की बच्ची की संदिग्ध मौत का मामला फिलहाल शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है। पीड़िता की मां इस मामले को लेकर आरोप लगा रही हैं कि उनके बेटी के साथ बलात्कार हुआ और जल्दबाजी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मामले पर जारी राजनीतिक बयानबाजी के बीच परिवार लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहा है। पड़ोसियों के मुताबिक, पीड़िता की मां मंदिर के बाहर भीख मांगने का काम करती है तो पिता बेरोजगार हैं।

हादसे का दिन, मां की जुबानी: इस घटना से आहत मां ने बताया कि हादसे के दिन वह धर्म स्थल पर थी और बच्ची का पिता बाजार में सब्जी लेने के लिए गया था। मां के अनुसार बेटी ने बताय़ा कि वह पानी लेने के लिए श्मशान जा रही है। कुछ देर बाद बेटी तो नहीं आई लेकिन पंडित जी आए, उनके साथ कुछ और लोग भी थे। उन्होंने बताया कि मेरी बेटी मर गई है। पीड़िता की मां यह सुनते ही श्मशान की तरफ दौड़ी। पंडित जी ने कहा कि बेटी को करंट लगा था। तुम ज्यादा रो या चिल्लाओ मत, पुलिस बच्चे को ले जाएगी उसका पोस्टमार्टम करेगी और उसके अंगों को बेच देगी।

मां ने बताया कि मैंने देखा कि बच्ची के कपड़े गीले थे और उसके होंठे नीले पड़ चुके थे। अपनी बेटी की यह स्थिति देखकर मैं बेहोश हो गई। तभी मुझे किसी ने उठाया और पूछा क्या मुझे खाना चाहिए, मैंने इनकार कर दिया। इस बीच बच्ची के शरीर को आग के हवाले कर दिया गया था। मां के अनुसार, उसे एक कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए भी कहा गया था लेकिन उसने इनकार कर दिया।

तुम अभी घर जाओ…: उन्होंने बताया कि पंडित जी ने कहा कि तुम अभी घर जाओ और चुपचाप सो जाओ, सुबह आना और विसर्जन के लिए अस्थियां ले जाना लेकिन तब तक इलाके के लोग और पुलिस वाले पहुंच गए, उन्होंने आग को बुझाया लेकिन तब तक आधा शरीर जल चुका था।

चार गिरफ्तार: पुलिस ने इस मामले में पुजारी राधे श्याम (55), और तीन अन्य –कुलदीप कुमार (63), लक्ष्मी नारायण (48) और मोहम्मद सलीम (49) को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की की मां ने शक जताया कि उसकी बेटी का रेप हुआ है लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। जले हुए अवशेषों के कारण मौत का सही कारण या रेप का पता नहीं लग पा रहा है।

इलाके में रहने वाले 35 साल अजीत कुमार बताते हैं कि उन्हें रविवार रात करीब 9.20 बजे एक बच्चे के जलने की सूचना मिली। अपनी बाइक से घटनास्थल तक पहुंचने में लगभग 5-6 मिनट लगे। उन्होंने बताया कि जब हम वहां पहुंचे, तो चार लोग श्मशान से भागने की कोशिश कर रहे थे। हमने उन्हें रोकने की कोशिश की तो हाथापाई भी हुई।

वहीं इसी गली में रहने वाले लक्ष्मीनारायण की पत्नी का कहना है कि उसका पति निर्दोष है। वह शाम को घर पर आया और कुछ समय बाद दाढ़ी बनवाने के नाम पर गया। इसके बाद उसकी कोई खबर नहीं मिली। सोमवार को मुझे पुलिस का फोन आया और बटुआ और मोबाइल देने के लिए बुलाया गया था। वहां लक्ष्मी नारायण ने बताया कि वह सिर्फ देखने गया था कि श्मशान में क्या हो रहा है।

क्या है पूरा मामला:9 जुलाई को शाम के वक्त 9 साल की बच्ची पुराने नांगल श्मशान घाट पर पानी भरने गई थी और वो नहीं लौटी। उसकी मां ने जब तलाश शुरू की तब पता चला कि उसकी बच्ची शमशान घाट में मृत पाई गई। वहां पंडित द्वारा बताया गया कि बच्ची की मौत करंट लगने से हुई जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

राजनीतिक घमासान: इस मामले को लेकर बुधवार का दिन सियासी चहलकदमी का भी रहा। सुबह जहां राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे को शाम को अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे। वहीं बीजेपी ने इसको लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति करके कुछ लोग अपना फायदा निकालना चाहते हैं।

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