कोरोना वायरस / पंजाब में मौजूदा कोविड-19 प्रतिबंधों को 30 सितंबर तक बढ़ाया गया

Zoom News : Sep 10, 2021, 06:14 PM
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने राज्य के कर्मचारियों को 15 सितंबर तक वैक्सीन की कम से कम एक डोज लेने को कह दिया है। यदि कोई सरकारी कर्मचारी 15 सितंबर तक वैक्सीन की पहली डोज नहीं लेता है तो फिर उसे जबरन छुट्टी पर भेज दिया जाएगा। वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए कैप्टन सरकार की तरफ से ये बड़ा फैसला लिया गया है। वहीं 30 सितंबर तक राज्य में कोरोना प्रतिबंधों को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है।

15 सितंबर तक वैक्सीन की एक डोज लेनी होगी

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को घोषणा की कि स्वास्थ्य कारणों को छोड़कर यदि 15 सितंबर तक राज्य सरकार के कर्मचारियों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं ली होगी, तो ऐसे कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से छुट्टी पर भेज दिया जाएगा।

सरकार ने क्यों लिया इतना कड़ा फैसला?

आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने यह कड़ा फैसला इसलिए लिया है ताकि लोगों को महामारी से बचाया जा सके। इसके अलावा यह सुनिश्चित किया जा सके कि टीका लगवा चुके लोग टीका नहीं लगवाने वाले लोगों की वजह से संक्रमित न हों।

अभी भी वैक्सीन लगवाने से बच रहे हैं कर्मचारी

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय कोविड समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण से यह पता चला है कि टीके महामारी के खिलाफ प्रभावी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को टीका लगवाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। ऐसे कर्मचारी जो अभी भी टीका लगवाने से बच रहे हैं, उनको तब तक छ्ट्टी पर भेज दिया जाएगा, जब तक कि वे टीके की पहली खुराक नहीं लगवा लेते।

30 सितंबर तक जारी रहेंगे कोरोना प्रतिबंध

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को आगामी त्यौहारी सीजन के मद्देनजर मौजूदा कोविड-19 प्रतिबंधों को 30 सितंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया है, जिसमें राजनीतिक सभाओं के साथ साथ सभी सभाओं पर 300 लोग ही जमा हो सकते हैं और मास्क पहनने के साथ-साथ सामाजिक दूरी को सख्ती से लागू करना शामिल है।

कम से कम वैक्सीन की एक डोज लेना जरूरी

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राजनीतिक दलों सहित आयोजकों के लिए यह सुनिश्चित करना भी अनिवार्य कर दिया कि त्यौहार से संबंधित कार्यक्रमों में प्रतिभागियों, प्रबंधन और कर्मचारियों आदि को पूरी तरह से टीका लगाया गया है या कम से कम एक खुराक ली गई है। त्योहारों के मद्देनजर निगरानी की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से उदाहरण पेश करने का आग्रह किया, जबकि डीजीपी को सभी द्वारा प्रतिबंधों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि कोरोना के केस कम होने से लोग मास्क पहनने को लेकर ढिलाई बरतने लगे थे, जिसे स्वास्थ्य विभाग पुलिस की मदद से सख्ती से लागू करे। अमरिंदर सिंह ने मुख्य सचिव विनी महाजन को हर जिले में संयुक्त प्रशासन-पुलिस फ्लाइंग स्क्वायड बनाने का भी निर्देश दिया, ताकि रेस्तरां, मैरिज पैलेस आदि में अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।

वर्चुअल कोविड समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा विभाग को इसी माह आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की तैयारी करने का निर्देश दिया है। इन केंद्रों का उद्घाटन स्वास्थ्य विभाग के साथ संयुक्त रूप से काम करने वाले कर्मचारियों के टीकाकरण और अन्य दिशानिर्देशों के अधीन होगा।

मुख्यमंत्री ने संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के तहत टेस्ट को वर्तमान 45,000 प्रति दिन से बढ़ाकर कम से कम 50,000 प्रति दिन करने का भी आदेश दिया है। जांच के साथ, आउटरीच शिविर और टेस्ट किए जाने चाहिए। विशेष रूप से जहां त्योहारी सीजन के कारण सार्वजनिक सभा होने की उम्मीद है, उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के काम में तेजी लाई जानी चाहिए और पूरा किया जाना चाहिए।

अमरिंदर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को उन क्षेत्रों या इलाकों के लिए इन उपकरणों का उपयोग करके सूक्ष्म-रोकथाम उपाय करने का निर्देश दिया जहां मामले इससे अधिक हैं। के.के. राज्य की कोविड विशेषज्ञ समिति के प्रमुख तलवार ने कहा कि वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। तीसरी लहर के लिए और आगामी त्यौहारी सीजन के लिए भी तैयारी करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री से सभी धार्मिक संगठनों से मंदिरों और गुरुद्वारों से मास्क पहनने की नियमित घोषणा करने की अपील करने का आग्रह किया है। बाजार समितियों को बाजारों में अपेक्षित भीड़ को देखते हुए ऐसा करने के लिए कहा जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि त्यौहारों के मौसम में दुकानदारों और उनके कर्मचारियों का भी अधिक आक्रामक टेस्ट किया जाना चाहिए।

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