बिहार चुनाव 2020 / सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस RJD विधायकों पर

AajTak : Sep 15, 2020, 03:30 PM
बिहार में चुनाव होने वाले हैं। अक्टूबर-नवबंर में होने वाले इस राजनीतिक महापर्व में कुछ दागी लोग भी शामिल होते हैं। दागी यानी ऐसे विधायक या कैंडिडेट जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हों। बिहार विधानसभा में कुल 243 सीट है। इस समय वहां पर 240 विधायक हैं। इनमें से आधे से ज्यादा विधायकों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। आइए देखते हैं इन 240 विधायकों की रिपोर्ट कार्ड।।।

बिहार विधानसभा में 240 विधायकों में से 136 विधायकों पर क्रिमिनल केस हैं। यानी ये दागी हैं। 94 विधायक पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने वर्तमान विधायकों द्वारा दी गई जानकारी का अध्ययन कर यह जानकारी दी है। इसमें सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस वाले 41 फीसदी विधायक राजद में है।

कांग्रेस में 40 फीसदी विधायक, जदयू में 37 फीसदी विधायक और भाजपा के 35 फीसदी विधायक दागी है। यानी दलों को दागी विधायक अच्छे लगते हैं। रिपोर्ट 2015 के विधानसभा चुनाव और उसके बाद हुए उपचुनाव में दिए गए शपथपत्रों के आधार पर बनाई गई है। इसमें से 11 विधायकों पर हत्या के केस हैं। 30 के ऊपर हत्या के प्रयास और 5 विधायकों पर महिला से अत्याचार के केस हैं। एक विधायक पर दुष्कर्म का केस दर्ज है। 

अब जानते हैं कि कौन सा विधायक कितना पैसे वाला है। बिहार विधानसभा के 240 विधायकों में से 67 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। सबसे रईस खगड़िया की विधायक पूनम देवी यादव हैं। इनके पास 41 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इसके बाद कांग्रेस के भागलपुर विधायक अजीत शर्मा 40 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। सबसे कम संपत्ति वाले विधायक रानीगंज से जदयू के अचमित ऋषि देव हैं। इनके पास 9।8 लाख रुपए की संपत्ति है। 

जदयू के 69 विधायकों में से 51, राजद के 80 विधायकों में से 51, भाजपा के 54 विधायकों में से 33, कांग्रेस के 25 विधायकों में से 17 और लोजपा के 2 विधायक करोड़पति हैं। वर्तमान विधायकों की औसत संपत्ति की बात करें तो सबसे रईस विधायक कांग्रेस के हैं। कांग्रेसी विधायकों की औसत संपत्ति 4।36 करोड़ से ज्यादा है। राजद की 3।02 करोड़, जदयू की 2।79 करोड़ और भाजपा की 2।38 करोड़ है। 

अब बात करते हैं पढ़ाई लिखाई की। जानते हैं कि बिहार विधानसभा में कितने विधायक किस स्तर तक का पढ़े हैं। 240 में से 94 विधायक 5वीं से 12वीं तक ही पढ़े हैं। 134 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता ग्रैजुएट या उससे ऊपर बताई है। 9 विधायकों ने शैक्षिक योग्यता में सिर्फ साक्षर लिखा है। विधायकों की उम्र की बात करें तो 128 विधायकों की उम्र 25 से 50 साल के बीच है। जबकि, 112 की उम्र 51 से 80 साल के बीच है। 

240 विधायकों में से सिर्फ 28 ही महिला विधायक हैं। यानी कुल मिलाकर सिर्फ 12 फीसदी। 18 विधायकों ने अपने ऊपर कर्जा दिखाया है। ये कर्जा 50 लाख या उससे अधिक का है। सबसे ज्यादा कर्ज डुमरावं के जदयू के विधायक ददन यादव के नाम पर है। इनके ऊपर 11।65 करोड़ रुपए का कर्ज है। उसके बाद मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह सबसे ज्यादा कर्जे में हैं। इनके ऊपर 4।02 करोड़ रुपए की देनदारी है। 

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