Ayodhya Deepotsav: 26 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या, दीपोत्सव में बने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड
Ayodhya Deepotsav - 26 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या, दीपोत्सव में बने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड
प्रभु राम की नगरी अयोध्या एक बार फिर दुल्हन की तरह सजी और इस बार 9वें दीपोत्सव के अवसर पर दो नए विश्व रिकॉर्ड बनाए गए, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। राम की पैड़ी पर एक साथ 26 लाख 17 हजार 215 दीप जलाकर पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित। किया गया, जबकि दूसरा रिकॉर्ड 2128 साधकों, अर्चकों और वेदाचार्यों द्वारा एक साथ सरयू महाआरती कर बनाया गया।
दीपोत्सव में दो नए विश्व रिकॉर्ड
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम इस ऐतिहासिक पल को दर्ज करने के लिए अयोध्या में मौजूद थी। ड्रोन की मदद से इन दीपों की सटीक गणना की गई और यह कीर्तिमान पिछले रिकॉर्ड के 25 लाख 12 हजार 585 दीयों को तोड़ते हुए स्थापित हुआ। पर्यटन-संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव (पर्यटन-संस्कृति) अमृत अभिजात ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गिनीज रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा। इस अवसर पर 1100 ड्रोन द्वारा एक विशेष शो भी आयोजित किया गया, जिसने आसमान को रंगीन रोशनी से भर दिया।रामलला का मंदिर सजा, सीएम योगी ने की आरती
दीपोत्सव के दौरान रामलला का मंदिर फूलों से भव्यता से सजाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं रामलला की आरती की। राम की पैड़ी पर मनमोहक लेजर लाइट शो का आयोजन किया। गया, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्पक विमान रूपी हेलीकॉप्टर से राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान के स्वरूपों की रामकथा पार्क हेलीपैड पर अगवानी की।33000 स्वयंसेवकों का योगदान
इस भव्य दीपोत्सव को सफल बनाने में अवध विश्वविद्यालय। और स्वयंसेवी संस्थाओं के 33 हजार से अधिक स्वयंसेवकों का अथक योगदान रहा। इन स्वयंसेवकों ने राम की पैड़ी सहित सरयू के 56 घाटों पर 28 लाख से अधिक दीयों को सजाने, उनमें तेल और बाती लगाने का कार्य किया, जिसके बाद इन दीपों को एक साथ प्रज्ज्वलित किया गया।देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु, त्रेता युग सा नजारा
इस दिव्य, अद्भुत और अलौकिक दीपोत्सव को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। साल 2017 से शुरू हुआ यह उत्सव अब विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बना चुका है। अयोध्या की आभा त्रेता युग कालीन जैसी प्रतीत हो रही थी, जहां प्रमुख चौक-चौराहों पर भव्य साज-सज्जा और रंगोलियां बनाई गई थीं। रामकथा पार्क के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम का राजतिलक। भी किया, जिसके बाद उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन किए।