UPI Payment: UPI पेमेंट्स में भी आएगा बायोमेट्रिक, बिना पिन नंबर डाले होगा लेन-देन

UPI Payment - UPI पेमेंट्स में भी आएगा बायोमेट्रिक, बिना पिन नंबर डाले होगा लेन-देन
| Updated on: 29-Jul-2025 06:00 PM IST

UPI Payment: भारत में डिजिटल पेमेंट को और आसान बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) एक नया कदम उठाने जा रहा है। यूपीआई (UPI) में जल्द ही बायोमेट्रिक अपडेट लाया जाएगा, जिसके बाद यूजर्स को पेमेंट करने के लिए पिन डालने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने चेहरे (फेस) या उंगलियों (फिंगरप्रिंट) के जरिए भुगतान कर सकेंगे। हालांकि, पिन का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा, लेकिन यह अब वैकल्पिक होगा।

बायोमेट्रिक अपडेट से क्या होगा बदलाव?

बिजनेस स्टैंडर्ड की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यूपीआई में बायोमेट्रिक अपडेट के बाद यूजर्स को पेमेंट प्रक्रिया में पहले की तरह पिन डालने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय, वे अपने फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन के जरिए तुरंत भुगतान कर सकेंगे। यह सुविधा खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी, जिन्हें कई सारे पिन नंबर याद रखने में दिक्कत होती है। इस अपडेट से यूपीआई का इस्तेमाल और सरल हो जाएगा, जिससे डिजिटल पेमेंट को और बढ़ावा मिलेगा।

कैसे काम करेगा यह फीचर?

हालांकि, इस बायोमेट्रिक फीचर के काम करने के तरीके को लेकर अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन पिछले अपडेट्स के आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि जब यूजर क्यूआर कोड स्कैन करेगा, तो उसे पिन डालने के साथ-साथ बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन (फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन) का विकल्प मिलेगा। यूजर इस विकल्प को चुनकर अपनी पहचान सत्यापित करेगा, और पेमेंट तुरंत पूरा हो जाएगा। यह प्रक्रिया न केवल तेज होगी, बल्कि उपयोग में भी आसान होगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ेगा यूपीआई का उपयोग

बायोमेट्रिक अपडेट का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा, जो कम पढ़े-लिखे हैं या जिन्हें डिजिटल तकनीक का उपयोग करने में कठिनाई होती है। ग्रामीण और देहाती क्षेत्रों में रहने वाले लोग, जो पिन नंबर याद रखने या टाइप करने में असहज महसूस करते हैं, अब आसानी से यूपीआई का उपयोग कर सकेंगे। इस अपडेट से यूपीआई की पहुंच और व्यापक होगी, जिससे डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम बढ़ेगा।

सेफ्टी और डेटा सुरक्षा

सुरक्षा के लिहाज से बायोमेट्रिक अपडेट को काफी सुरक्षित माना जा रहा है। चूंकि बायोमेट्रिक डेटा (जैसे फिंगरप्रिंट या फेस डेटा) यूजर के लिए अद्वितीय होता है, इसलिए इससे किसी और के द्वारा यूपीआई अकाउंट का दुरुपयोग करना लगभग असंभव होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बायोमेट्रिक डेटा को एन्क्रिप्टेड फॉर्मेट में स्टोर किया जाएगा, जिससे बिना यूजर की अनुमति के इसका एक्सेस करना बेहद मुश्किल होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहे और धोखाधड़ी की संभावना कम हो।

क्यों है यह सुविधा जरूरी?

आज के समय में लोगों के पास फोन पासवर्ड, एटीएम पिन, यूपीआई पिन, और अन्य कई नंबर याद रखने पड़ते हैं। इन सभी को मैनेज करना आसान नहीं होता। बायोमेट्रिक अपडेट इस समस्या का समाधान करेगा, क्योंकि यूजर्स को केवल अपने फिंगरप्रिंट या चेहरे का उपयोग करना होगा। यह सुविधा न केवल समय बचाएगी, बल्कि यूपीआई को और यूजर-फ्रेंडली बनाएगी।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।