Brazil Operation: ब्राजील में 'ऑपरेशन कंटेनमेंट'- गैंगस्टरों के खिलाफ भीषण कार्रवाई, 80 से अधिक की मौत
Brazil Operation - ब्राजील में 'ऑपरेशन कंटेनमेंट'- गैंगस्टरों के खिलाफ भीषण कार्रवाई, 80 से अधिक की मौत
ब्राजील के रियो डी जनेरियो में पुलिस ने हाल ही में अपराधियों और गैंगस्टरों के खिलाफ एक बड़ा और भीषण ऑपरेशन छेड़ा, जिसे 'ऑपरेशन कंटेनमेंट' नाम दिया गया। इस अभियान में 80 से अधिक लोगों की जान चली गई, जिनमें चार पुलिस अधिकारी भी शामिल थे और इस बड़े पैमाने की कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ऑपरेशन कंटेनमेंट: अपराधियों पर कहर
'ऑपरेशन कंटेनमेंट' का मुख्य लक्ष्य ड्रग तस्करी और संगठित अपराध के नेटवर्क को ध्वस्त करना था, विशेषकर रियो के कुख्यात 'कोमांडो वर्मेलो' (रेड कमांड) गैंग को। यह अभियान राजधानी रियो डी जनेरियो के गरीब और घनी आबादी वाले फेवेला इलाकों पर केंद्रित था, जो अक्सर आपराधिक गतिविधियों का गढ़ होते हैं। अभियान की तीव्रता और इसमें हुई मौतों की संख्या ने ब्राजील की सुरक्षा रणनीति पर बहस छेड़ दी है।गवर्नर का बयान और अभियान का दायरा
रियो के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो ने एक वीडियो बयान जारी कर अभियान की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस बड़े पैमाने के पुलिस अभियान में 60 कथित अपराधियों को मार गिराया गया है, जबकि पुलिस ने 250 से अधिक गिरफ्तारी और तलाशी वारंट जारी किए थे। कास्त्रो ने आगे जानकारी दी कि 81 लोगों को हिरासत में लिया गया है और भारी मात्रा में हथियार जब्त किए गए हैं, जिनमें कम से कम 42 राइफलें शामिल हैं। इन आंकड़ों से अभियान की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।अभियान के पीछे का मकसद
गवर्नर कास्त्रो ने अपने वीडियो भाषण में इस अभियान के पीछे के उद्देश्य को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, “हम क्या चाहते हैं? एक शांत रियो डी जेनेरियो, अपराध मुक्त ब्राज़ील, और हम पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि हमारा मानना है कि जितनी ज़्यादा सार्वजनिक सुरक्षा व्यवस्था होगी, आप और आपका परिवार उतना ही ज़्यादा आज़ाद होंगे और ” यह अभियान ऐसे समय में चलाया गया है जब रियो अगले हफ्ते एक प्रमुख जलवायु सम्मेलन, C40 विश्व महापौर शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। अतीत में भी, ब्राजील में किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजन से पहले सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ऐसे अभियान चलाए जाते रहे हैं।2500 सुरक्षा कर्मियों का विशाल जमावड़ा
अधिकारियों ने 'ऑपरेशन कंटेनमेंट' के तहत 'कोमांडो वर्मेलो' गैंग को विशेष रूप से निशाना बनाया। यह ब्राजील के सबसे बड़े और सबसे खूंखार आपराधिक संगठनों में से एक है, जो ड्रग तस्करी, फिरौती और अन्य हिंसक अपराधों में लिप्त है और कास्त्रो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “इस अभियान का मकसद कोमांडो वर्मेलो के क्षेत्रीय विस्तार का मुकाबला करना और रियो डी जेनेरियो और अन्य राज्यों के आपराधिक नेताओं को पकड़ना है। ” इस गैंग के प्रभाव को कम करना राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती रहा है।
इस अभियान की विशालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें लगभग 2500 सुरक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया और इन सुरक्षा कर्मियों को बख्तरबंद वाहनों और हेलीकॉप्टरों जैसे आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया था, जो फेवेला के संकरे और जटिल रास्तों में ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए आवश्यक थे। इतने बड़े पैमाने पर संसाधनों का उपयोग यह दर्शाता है कि राज्य सरकार संगठित अपराध के खिलाफ अपनी लड़ाई में कितनी गंभीर है।अलेमाओ और पेन्हा फेवेला परिसर पर ध्यान
यह अभियान मुख्य रूप से रियो डी जनेरियो के बाहरी इलाके में स्थित अलेमाओ और पेन्हा फेवेला परिसर में केंद्रित था। ये वे क्षेत्र हैं जहां गरीब और घनी आबादी रहती है, और अक्सर ये आपराधिक गिरोहों के लिए छिपने और अपनी गतिविधियों को अंजाम देने का सुरक्षित स्थान बन जाते हैं। इन इलाकों में पुलिस ऑपरेशन हमेशा चुनौतीपूर्ण और खतरनाक होते हैं, क्योंकि नागरिक आबादी भी खतरे में आ जाती है।निष्कर्ष और आगे की चुनौतियाँ
इस अभियान ने रियो में अपराध के खिलाफ लड़ाई में सरकार के दृढ़ संकल्प को उजागर किया है, लेकिन साथ ही उच्च मृत्यु दर ने मानवाधिकार समूहों और अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के बीच चिंता भी पैदा की है। ब्राजील में ऐसी पुलिस कार्रवाइयों के दौरान अत्यधिक बल प्रयोग और नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठते रहे हैं। यह अभियान सार्वजनिक सुरक्षा और नागरिक स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाने की चुनौती को फिर से सामने लाता है, जो ब्राजील के लिए एक सतत मुद्दा बना हुआ है।