UPI Payment New Rule: UPI के इस नियम में 1 जनवरी से बदलाव! वॉलेट पेमेंट से जुड़े नए नियम को RBI की मंजूरी

UPI Payment New Rule - UPI के इस नियम में 1 जनवरी से बदलाव! वॉलेट पेमेंट से जुड़े नए नियम को RBI की मंजूरी
| Updated on: 29-Dec-2024 02:00 PM IST
UPI Payment New Rule: एक जनवरी 2025 से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में बड़े बदलाव लागू होंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने नए नियमों को मंजूरी देते हुए UPI और वॉलेट पेमेंट की लिमिट में बदलाव किया है। अब UPI 123Pay का उपयोग करने वाले यूजर्स 5,000 रुपये की जगह 10,000 रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। यह कदम डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने और उपयोगकर्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

वॉलेट केवाईसी और लिंकिंग जरूरी

नए नियमों का लाभ उठाने के लिए प्रीपेड वॉलेट जैसे फोनपे, पेटीएम और UPI वॉलेट्स को केवाईसी पूरा करना होगा। साथ ही, वॉलेट को संबंधित ऐप से लिंक करना अनिवार्य होगा। वॉलेट से UPI पेमेंट के लिए पहले ट्रांजेक्शन को अप्रूव करना होगा, जिसके बाद UPI ऐप का एक्सेस मिलेगा। हालांकि, इन बदलावों के तहत उपयोगकर्ता अन्य बैंक या वॉलेट को सीधे लिंक नहीं कर पाएंगे।

OTP आधारित पेमेंट सिस्टम

पेमेंट सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI से पेमेंट के लिए OTP आधारित प्रणाली को अनिवार्य कर दिया है। यह सुविधा 1 जनवरी 2025 से लागू होगी। OTP आधारित सर्विस UPI 123Pay के मौजूदा विकल्पों में जुड़ गई है। अब यूजर्स IVR नंबर्स, मिस्ड कॉल्स, OEM-Embedded Apps और साउंड बेस्ड टेक्नोलॉजी के साथ OTP के माध्यम से भी पेमेंट कर सकेंगे।

UPI 123Pay की विशेषता

UPI 123Pay बिना इंटरनेट के काम करता है, जिससे यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद फायदेमंद है, जिनके पास सीमित इंटरनेट एक्सेस है। अब बड़े ट्रांजेक्शन को तेजी और सुरक्षा के साथ पूरा किया जा सकेगा।

अगस्त 2024 में हुए थे बदलाव

NPCI ने अगस्त 2024 में टैक्सपेयर्स के लिए पेमेंट की लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी थी। यह सुविधा टैक्सपेयर्स के अलावा पढ़ाई, अस्पताल, RBI रिटेल डायरेक्ट योजना, और IPO से जुड़े ट्रांजेक्शन पर भी लागू है। हालांकि, बैंक अपनी ओर से पेमेंट लिमिट तय कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, HDFC और ICICI बैंक में यह सीमा 1 लाख रुपये है, जबकि इलाहाबाद बैंक में यह सिर्फ 25 हजार रुपये है।

बढ़ेगी सुरक्षा और क्षमता

नए नियमों से डिजिटल पेमेंट्स का दायरा बढ़ेगा। प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) की वर्किंग कैपेबिलिटी भी मजबूत होगी। OTP आधारित सुरक्षा उपायों के साथ, अब पेमेंट्स न केवल तेज होंगे बल्कि सुरक्षित भी रहेंगे।

निष्कर्ष:
1 जनवरी 2025 से लागू हो रहे ये बदलाव UPI और डिजिटल वॉलेट्स के उपयोग को आसान और सुरक्षित बनाएंगे। यह डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में एक और मजबूत कदम है, जिससे देशभर में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा।

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