Gujarat Himachal Pradesh Exit Poll 2022: एग्जिट पोल में दावा- गुजरात में 7वीं बार भाजपा सरकार

Gujarat Himachal Pradesh Exit Poll 2022 - एग्जिट पोल में दावा- गुजरात में 7वीं बार भाजपा सरकार
| Updated on: 05-Dec-2022 11:45 PM IST
Gujarat Himachal Pradesh Exit Poll 2022 : गुजरात विधानसभा के दूसरे फेज की वोटिंग सोमवार को खत्म हो गई। अब 8 दिसंबर को गुजरात के साथ ही हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों का इंतजार है। अगले 72 घंटे में यह तय हो जाएगा कि इस बार दोनों राज्यों में भाजपा वापसी करेगी या फिर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) बाजी मार ले जाएगी।


हालांकि इससे पहले सोमवार को आए एग्जिट पोल में गुजरात में 27 साल से सत्ता पर काबिज भाजपा रिकॉर्ड 7वीं बार सरकार बनाती दिख रही है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबले का अनुमान है। आप दावों के मुताबिक कमाल करती नहीं दिखी।


1. सबसे पहले गुजरात का गणित जान लें...

एग्जिट पोल के पांच सर्वे के मुताबिक, गुजरात में भाजपा की रिकॉर्ड 7वीं बार बहुमत की सरकार बनने का अनुमान है। भाजपा को 117 से 148 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। पांचों सर्वे का औस बताता है कि भाजपा इस बार करीब 133 सीटें जीत रही है। 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा को 99 सीटें मिली थीं। यानी पिछली बार के मुकाबले भाजपा बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है।


इधर कांग्रेस को एक बार फिर झटका लगने का अनुमान है। कांग्रेस को इन पांच सर्वे में 30 से 51 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। पोल ऑफ पोल्स में कांग्रेस को औसतन 37 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। 2017 में कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। यानी 2017 के मुकाबले कांग्रेस को इस बार आधी सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है।


वहीं आम आदमी पार्टी की बात करें तो यहां पार्टी 3 से 13 सीटें जीत सकती है। पोल ऑफ पोल्स के आंकड़ों में आप को 8 सीटें मिलने का अंदेशा है। कुल मिलाकर भाजपा इस बार रिकॉर्ड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है।


गुजरात में 2017 में क्या रहे थे नतीजे?

गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को खत्म हो रहा है। 2017 के चुनाव में भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। चुनाव के बाद भाजपा ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया था।


हालांकि सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया। मंत्रिमंडल में भी फेरबदल किया गया था। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह क्षेत्र भी है। वे यहां 2001 से 2014 तक CM भी रह चुके हैं। भाजपा यहां 1995 से सत्ता में है। तब से कांग्रेस यहां वापसी नहीं कर पाई है। हालांकि 2017 में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप भी इस बार यहां जोर-शोर से लगी हुई है। ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय भी हो सकता है। अब देखना ये है कि 8 दिसंबर को जब मतगणना होगी तो क्या भाजपा रिकॉर्ड 7वीं बार सरकार बनाएगी या कांग्रेस और आप सत्ता में सेंध लगाने में कामयाब हो जाएंगीं।


2. पहाड़ी राज्य हिमाचल में भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला


एग्जिट पोल के 8 सर्वे के मुताबिक पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। इन सर्वे में भाजपा 32 से 40 के बीच यानी बहुमत के करीब दिख रही है। हालांकि, चार सर्वे में कांग्रेस पार्टी भी कहीं न कहीं बहुमत के आंकड़ों के इर्द-गिर्द नजर आ रही है। कुल मिलाकर कांग्रेस को इस सभी सर्वे में 27 से 40 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं आम आदमी पार्टी का यहां खाता खुलता नहीं दिख रहा है। कुल मिलाकर इन 8 सर्वे में सिर्फ दो एजेंसियों ने आप का खाता खुलते दिखाया है।


पोल ऑफ पोल्स यानी इन आठों सर्वे का औसत आंकड़े पर नजर डालें तो भाजपा को इस बार 33, कांग्रेस को 26, अन्य को 2 और आम आदमी पार्टी को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही हैं। पिछले साल की यानी 2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो जहां 68 सीटों में से भाजपा ने 44 और कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं। अन्य के खाते में तीन सीटें गई थीं।


एग्जिट पोल पर हिमाचल प्रदेश के CM जयराम ठाकुर ने कहा कि अधिकांश एक्जिट पोल में यह देखने को मिल रहा है कि हिमाचल में भाजपा सरकार बनने जा रही है। 1-2 जगह ऐसी हैं जहां कांटे की टक्कर दिखाई जा रही है। मुझे लगता है कि हमें 8 तारीख यानी नतीजों के दिन का इंतजार करना चाहिए।


हिमाचल प्रदेश में 2017 में क्या रहे थे नतीजे?


हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी। इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो हिमाचल विधानसभा की 68 सीटों में से भाजपा ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस ने 21 सीटें हासिल की थी। जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था।


इसी साल हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में कांग्रेस जीत का दावा कर रही है। आम आदमी पार्टी भी यहां दावा ठोंक रही है। अब देखना ये है कि 8 दिसंबर को मतगणना के दिन किसकी सरकार बनती है। भाजपा अगर वापसी करती है तो राज्य के 35 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब कोई सत्ताधारी पार्टी दोबारा सरकार बनाएगी।


वहीं कांग्रेस की सरकार बनती है तो राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड बना रहेगा। भाजपा और कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी सेंध लगाने में कामयाब हो पाएगी या नहीं, ये भी 8 दिसंबर को तय हो जाएगा।


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