India Crude Oil Import-Export: हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से कच्चा तेल आयात करने पर भारत के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की। इस कदम का जवाब देते हुए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "अगर किसी को भारत से तेल खरीदने में दिक्कत है, तो वह न खरीदे। किसी भी देश को तेल खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।" यह बयान भारत की स्वतंत्र व्यापार नीति और वैश्विक मंच पर उसकी दृढ़ स्थिति को दर्शाता है।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और निर्यातक देश है। देश अपनी तेल आवश्यकताओं का लगभग 85% हिस्सा आयात के माध्यम से पूरा करता है। भारत 40 से अधिक देशों से कच्चा तेल आयात करता है और इसे रिफाइन करके विभिन्न पेट्रोलियम उत्पाद तैयार करता है, जो देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारत में कच्चे तेल का उत्पादन सीमित है। देश के कुछ क्षेत्रों, जैसे असम, पश्चिमी अपतट, राजस्थान, गुजरात, मुंबई हाई, और कृष्णा-गोदावरी बेसिन में तेल का उत्पादन होता है। हालांकि, अध्ययनों से संकेत मिलता है कि भारत के कई हिस्सों में तेल के बड़े भंडार हो सकते हैं, जिनकी खोज अभी जारी है।
भारत 40 देशों से कच्चा तेल आयात करता है, जिसमें रूस शीर्ष पर है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2024 में रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश रहा। भारत के कुल कच्चे तेल आयात का लगभग एक-तिहाई हिस्सा रूस से आया। रूस से तेल आयात की दर साल-दर-साल 25% बढ़कर 3.92 अरब डॉलर हो गई। नवंबर 2024 के 3.61 अरब डॉलर की तुलना में यह आंकड़ा 8% बढ़कर 10.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
रूस के अलावा, भारत सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कुवैत, नाइजीरिया, मेक्सिको, ओमान, ब्राजील, कनाडा, गुयाना, और सूरीनाम जैसे देशों से भी तेल आयात करता है।
भारत न केवल कच्चा तेल आयात करता है, बल्कि उसे रिफाइन करके पेट्रोलियम उत्पादों के रूप में दुनिया भर के देशों को निर्यात भी करता है। इन उत्पादों में हाई-स्पीड डीजल, पेट्रोल (मोटर स्पिरिट), फ्यूल ऑयल, एविएशन टर्बाइन फ्यूल, और केरोसिन शामिल हैं। भारत के प्रमुख निर्यातक देशों में अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, यूएई, यूरोपीय देश, और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। यूरोप भारत से रिफाइंड तेल खरीदने में सबसे आगे है।
भारत आयातित कच्चे तेल को रिफाइन करके विभिन्न पेट्रोलियम उत्पाद तैयार करता है, जिनका उपयोग दैनिक जीवन से लेकर परिवहन, बिजली उत्पादन, विमान संचालन, और सैन्य वाहनों व पनडुब्बियों में होता है। ये उत्पाद न केवल भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि वैश्विक बाजार में निर्यात के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती भी प्रदान करते हैं।