Gold Price Today: 29 नवंबर को सोने में तेजी, चांदी हुई और महंगी; जानें नए रेट
Gold Price Today - 29 नवंबर को सोने में तेजी, चांदी हुई और महंगी; जानें नए रेट
29 नवंबर की सुबह देश के सर्राफा बाजारों में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय तेजी दर्ज की गई। वैश्विक बाजार में भी सोने का हाजिर भाव बढ़कर 4,169 और 88 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी 53. 81 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। यह वृद्धि मुख्य रूप से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ब्याज दर कटौती। की बढ़ती उम्मीदों से प्रेरित है, जिससे निवेशकों का रुझान सोने जैसे सुरक्षित एसेट की ओर बढ़ा है।
देशभर में सोने की कीमतों में उछाल
राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 128620 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जबकि 22 कैरेट का भाव 117910 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने की कीमत 128470 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, वहीं 22 कैरेट सोने का भाव 117090 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। पुणे और बेंगलुरु में भी 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 128470 रुपये प्रति। 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 117760 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। जयपुर, भोपाल, लखनऊ और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी सोने की कीमतों में वृद्धि देखी गई, जहां 24 कैरेट सोना 128620 रुपये प्रति 10। ग्राम और 22 कैरेट सोना 117910 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो दिल्ली के समान ही उच्चतम स्तरों में से एक है।वैश्विक बाजार में सोने की चाल
वैश्विक बाजार में सोने का हाजिर भाव बढ़कर 4,169. 88 डॉलर प्रति औंस हो गया है। इस तेजी का मुख्य कारण दिसंबर में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर कटौती की बढ़ती उम्मीदें हैं और जब केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती करते हैं, तो सरकारी बॉन्ड और अन्य निश्चित आय वाले निवेशों पर मिलने वाला रिटर्न कम हो जाता है, जिससे वे कम आकर्षक हो जाते हैं। ऐसे में, निवेशक अपनी पूंजी को सोने जैसे सुरक्षित और गैर-ब्याज वाले एसेट। में स्थानांतरित करना पसंद करते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमतें बढ़ जाती हैं। फेड की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की महत्वपूर्ण बैठक 9-10 दिसंबर को होने वाली है, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं, क्योंकि इस बैठक में ब्याज दरों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।प्रमुख शहरों में सोने के नवीनतम भाव
29 नवंबर को देश के विभिन्न प्रमुख शहरों में सोने के भाव में उल्लेखनीय परिवर्तन देखा गया। दिल्ली, जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़ में 24 कैरेट सोने का भाव 128620 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि 22 कैरेट का भाव 117910 रुपये प्रति 10 ग्राम था। मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद में 24 कैरेट सोना 128470 रुपये प्रति। 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 117090 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिका। अहमदाबाद और भोपाल में 24 कैरेट सोने की कीमत 128520 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 117810 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई और यह शहर-वार भिन्नता स्थानीय मांग, आपूर्ति और अन्य क्षेत्रीय कारकों को दर्शाती है, हालांकि वैश्विक रुझान एक समान तेजी का संकेत दे रहा है।चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि
सोने के साथ-साथ दूसरे कीमती मेटल चांदी की कीमत में भी बढ़ोतरी की तेजी बरकरार है। 29 नवंबर को चांदी का भाव 176100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। वैश्विक बाजार में भी चांदी ने लगातार 5वें दिन तेजी दर्ज की, जहां चांदी का हाजिर भाव 53. 81 डॉलर प्रति औंस पर रहा। यह दर्शाता है कि निवेशकों का रुझान केवल सोने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि चांदी को भी एक आकर्षक निवेश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, खासकर जब आर्थिक अनिश्चितता का माहौल हो और सुरक्षित निवेश की तलाश हो। चांदी की औद्योगिक मांग भी इसकी कीमतों को प्रभावित करती है, जो इसे सोने से थोड़ा अलग बनाती है।चांदी के लिए विशेषज्ञ का अनुमान
अमेरिकी बिजनेसमैन और प्रसिद्ध किताब 'रिच डैड पुअर डैड' के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने चांदी के भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण अनुमान लगाया है। उनका मानना है कि चांदी जल्द ही 70 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच। जाएगी और शायद 2026 तक 200 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकती है। कियोसाकी जैसे प्रभावशाली व्यक्ति का यह अनुमान चांदी में निवेश करने वालों के लिए उत्साहजनक हो सकता है और बाजार में इसकी मांग को और बढ़ा सकता है, क्योंकि निवेशक अक्सर ऐसे विशेषज्ञों की भविष्यवाणियों पर ध्यान देते हैं। यह अनुमान चांदी को एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में भी मजबूत करता है।कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की देश के अंदर कीमतों पर केवल घरेलू। कारक ही नहीं, बल्कि वैश्विक कारकों का भी गहरा असर होता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती या कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियां (जैसे ब्याज दर में बदलाव) और वैश्विक आर्थिक आंकड़े सीधे तौर पर इन कीमती धातुओं के भाव को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, भारत में त्योहारी मांग, आयात शुल्क, स्थानीय आपूर्ति-मांग संतुलन और सरकारी नीतियां भी कीमतों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और इन सभी कारकों का संयुक्त प्रभाव ही दैनिक कीमतों में उतार-चढ़ाव का कारण बनता है।
कुल मिलाकर, 29 नवंबर को सोने और चांदी दोनों में तेजी का माहौल रहा, जो मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक संकेतों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदों से प्रेरित था। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में इन धातुओं की ओर रुख किया, जिससे इनकी कीमतों में उछाल आया। आने वाले दिनों में फेडरल रिजर्व की बैठक और अन्य वैश्विक आर्थिक घटनाक्रम। इन कीमती धातुओं की कीमतों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।