Gold Price Today: सोना और चांदी दोनों में भारी गिरावट: जानें 3 नवंबर के लेटेस्ट रेट
Gold Price Today - सोना और चांदी दोनों में भारी गिरावट: जानें 3 नवंबर के लेटेस्ट रेट
3 नवंबर की सुबह भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि कीमती धातुओं के बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में कमी आई है, वहीं चांदी भी लगातार तीसरे सप्ताह सस्ती हुई है। यह मौजूदा बाजार परिदृश्य को दर्शाता है जहां घरेलू और वैश्विक। कारक दोनों ही धातुओं की कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं।
सोने की कीमतों में साप्ताहिक गिरावट
पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों पर गौर करें तो सोने की कीमतों में एक बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत में 2620 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है, जो बाजार में एक महत्वपूर्ण सुधार को दर्शाता है। इसी तरह, 22 कैरेट सोने की कीमत भी 2400 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ती हुई है। यह गिरावट उन लोगों के लिए एक अवसर प्रस्तुत करती है जो सोने में निवेश करने या आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह रुझान कुछ समय तक जारी रह सकता है, हालांकि कीमती धातुओं की कीमतें हमेशा अप्रत्याशित होती हैं।दिल्ली में सोने का ताजा भाव
राजधानी दिल्ली में, 3 नवंबर की सुबह 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। अब यह 10 ग्राम के लिए 123140 रुपये पर कारोबार कर रहा है,। जो निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। वहीं, 22 कैरेट सोने का भाव 112890 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। दिल्ली का बाजार हमेशा देश के सोने के व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक रहा है, और यहां की कीमतें अक्सर अन्य शहरों के रुझानों को प्रभावित करती हैं। यह गिरावट त्योहारों के मौसम से पहले उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर हो सकती है।प्रमुख महानगरों में सोने की स्थिति
पुणे और बेंगलुरु में भी सस्ता हुआ सोना
मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे देश के अन्य प्रमुख महानगरों। में भी सोने की कीमतों में समान गिरावट देखी गई है। इन शहरों में 22 कैरेट सोने की कीमत 112740 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है, जबकि 24 कैरेट सोने का भाव 122990 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इन शहरों में कीमतों की यह समानता दर्शाती है कि गिरावट का यह रुझान केवल एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक राष्ट्रीय प्रवृत्ति है। इन शहरों में बड़ी संख्या में उपभोक्ता और निवेशक रहते। हैं, जिनके लिए ये कीमतें सीधे तौर पर मायने रखती हैं।
पुणे और बेंगलुरु जैसे महत्वपूर्ण शहरों में भी सोने की कीमतों में कमी आई है। इन दोनों शहरों में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 122990 रुपये प्रति 10 ग्राम। और 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 112740 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। यह दर्शाता है कि देश के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में सोने की कीमतों में एकरूपता बनी हुई है, और गिरावट का प्रभाव पूरे देश में महसूस किया जा रहा है। स्थानीय बाजार की मांग और आपूर्ति भी इन कीमतों को प्रभावित करती है, लेकिन व्यापक रुझान स्पष्ट रूप से गिरावट की ओर इशारा कर रहा है।चांदी की कीमतों में भी तेज गिरावट
सोने की तरह ही, चांदी की कीमतों में भी तेज गिरावट दर्ज की गई है, जिससे यह निवेशकों और औद्योगिक उपभोक्ताओं दोनों के लिए अधिक आकर्षक हो गई है। 3 नवंबर की सुबह चांदी का भाव 151900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है और यह एक महत्वपूर्ण गिरावट है, खासकर जब हम साप्ताहिक आंकड़ों पर नजर डालते हैं। पिछले एक सप्ताह में चांदी की कीमत में 3000 रुपये प्रति किलोग्राम की कमी आई है। यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब साप्ताहिक आधार पर चांदी सस्ती हुई है, जो बाजार में एक मजबूत डाउनवर्ड ट्रेंड का संकेत है।अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी का प्रदर्शन
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी चांदी का हाजिर भाव 48. 97 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय कीमतों का सीधा असर घरेलू बाजार पर पड़ता है, और यह गिरावट वैश्विक रुझानों के अनुरूप है। वैश्विक आर्थिक कारक, जैसे कि डॉलर की मजबूती या कमजोर होना, ब्याज दरों। में बदलाव और भू-राजनीतिक तनाव, कीमती धातुओं की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों को प्रभावित करते हैं। जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतें गिरती हैं, तो इसका असर अक्सर भारतीय बाजार पर भी देखा जाता है, क्योंकि भारत सोने और चांदी का एक प्रमुख आयातक देश है।कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की देश के अंदर की कीमतों पर कई कारकों का असर होता है। इनमें घरेलू कारक जैसे स्थानीय मांग, त्योहारी सीजन, सरकारी नीतियां और आयात शुल्क शामिल हैं। इसके साथ ही, वैश्विक कारक जैसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर का मूल्य, वैश्विक आर्थिक विकास दर, केंद्रीय बैंकों की नीतियां और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं भी इन कीमती धातुओं की कीमतों को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं और वर्तमान गिरावट इन सभी कारकों के एक जटिल मेल का परिणाम हो सकती है, जो बाजार में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं। निवेशकों और उपभोक्ताओं को इन कारकों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए ताकि वे सूचित निर्णय ले सकें। यह गिरावट मौजूदा आर्थिक माहौल में कीमती धातुओं के भविष्य के प्रदर्शन पर सवाल उठाती है।