Gold Silver Price Today: 25 अक्टूबर को सोने-चांदी के दाम गिरे, जानें प्रमुख शहरों के लेटेस्ट रेट
Gold Silver Price Today - 25 अक्टूबर को सोने-चांदी के दाम गिरे, जानें प्रमुख शहरों के लेटेस्ट रेट
देश के सर्राफा बाजारों में 25 अक्टूबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों। में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे उपभोक्ताओं और निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है। बीते कुछ समय से लगातार बढ़ रहे सोने के दामों पर अब ब्रेक लगता दिख रहा है। राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का भाव घटकर ₹1,24,510 प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹1,14,140 प्रति 10 ग्राम पर आ गई है। यह गिरावट न केवल दिल्ली तक सीमित है, बल्कि देश के अन्य प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, जयपुर, भोपाल और लखनऊ में भी देखने को मिली है और मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹1,24,360 और 22 कैरेट सोना ₹1,13,990 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह अहमदाबाद और भोपाल में 24 कैरेट सोना ₹1,24,410 और 22 कैरेट सोना ₹1,14,040 प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है, जबकि जयपुर और लखनऊ में दिल्ली के समान ही दरें लागू हैं और
सोने की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
बाजार विशेषज्ञों और विश्लेषकों का मानना है कि सोने की कीमतों में यह गिरावट कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारकों का परिणाम है। सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक अमेरिकी डॉलर की लगातार मजबूती है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए सोने में निवेश करना महंगा हो जाता है, जिससे इसकी मांग कम होती है और कीमतें नीचे आती हैं। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर व्यापारिक तनाव में कमी और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं में सुधार ने भी निवेशकों को सुरक्षित निवेश के रूप में सोने से दूर कर दिया है और निवेशक अब जोखिम भरी संपत्तियों की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे सोने से मुनाफा निकालकर बाजार में दबाव बन रहा है। भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते की उम्मीदों ने भी सोने के बाजार को थोड़ा ठंडा कर दिया है, क्योंकि इससे वैश्विक आर्थिक स्थिरता का माहौल बनने की संभावना है।चांदी के दामों में भी आई कमी
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है और 25 अक्टूबर को देशभर में चांदी का भाव घटकर ₹1,54,900 प्रति किलोग्राम पर आ गया है। कुछ समय पहले तक लंदन और अन्य विदेशी बाजारों में चांदी की सीमित आपूर्ति के कारण इसकी कीमतों में तेजी देखी जा रही थी। हालांकि, अब वैश्विक स्तर पर चांदी की आपूर्ति सामान्य हो जाने के बाद, इसकी कीमतों पर दबाव कम हुआ है और दाम नीचे आने लगे हैं और औद्योगिक मांग में थोड़ी कमी और निवेशकों के रुझान में बदलाव भी चांदी की कीमतों में गिरावट का एक महत्वपूर्ण कारण है।भारत में सोने-चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में सोने और चांदी की कीमतें कई जटिल कारकों के आधार पर तय की जाती हैं। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी दरें देश भर के सर्राफा बाजारों के लिए एक मानक के रूप में कार्य करती हैं। IBJA अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी के रुझान, डॉलर-रुपया विनिमय दर,। और आयात शुल्क (Import Duty) जैसे कारकों पर बारीकी से नज़र रखता है। इसके अलावा, घरेलू बाजार में सोने और चांदी की मांग और आपूर्ति की स्थिति भी कीमतों को प्रभावित करती है। त्योहारों और शादी के मौसम में मांग बढ़ने पर कीमतें अक्सर बढ़ जाती हैं, जबकि ऑफ-सीजन में इनमें कमी देखी जा सकती है। प्रत्येक शहर में स्थानीय टैक्स, परिवहन लागत और ज्वैलर्स के मुनाफे के मार्जिन के कारण भी दरों में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है।आगे क्या है उम्मीद?
मौजूदा गिरावट के बावजूद, बाजार विशेषज्ञ सोने को लंबी अवधि के निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प मानते हैं। दिवाली और धनतेरस जैसे आगामी त्योहारों के मद्देनजर, सोने की मांग में फिर से तेजी आने की उम्मीद है, जिससे कीमतों में मामूली उछाल आ सकता है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय कारकों और वैश्विक आर्थिक स्थिरता पर निरंतर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञों की राय लें।