India-China: लद्दाख से साउथ चाइना सी तक, कैसे चीन पर भारी पड़ रही उसकी चालाकी

India-China - लद्दाख से साउथ चाइना सी तक, कैसे चीन पर भारी पड़ रही उसकी चालाकी
| Updated on: 02-Sep-2020 01:49 PM IST
India-China: चीन लगातार दुनिया के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। लद्दाख की सीमा पर मई से शुरू हुआ तनाव अबतक खत्म नहीं हुआ है और यहां चीन की ओर से हर बार भारत को उकसाने की कोशिश की जा रही है। चीन की यहां की गई हर घुसपैठ की कोशिश नाकाम साबित हुई। सिर्फ भारत ही नहीं चीन अपने पड़ोसी मुल्कों को भी डराने की कोशिश करने में लगा है, लेकिन साउथ चाइना सी में भी उसे कामयाबी ना मिल सकी।

लद्दाख में हर बार पिटा चीन

लद्दाख सीमा के पास भारत और चीन के बीच मई में ही तनाव शुरू हो गया था। जब चीन की ओर से सैन्य मौजूदगी को बढ़ाने की कोशिश की गई थी। लेकिन भारत तभी से ही सतर्क रहा। इसके बाद गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हुई, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए। लेकिन चीन को भी इस मामले में बड़ा नुकसान हुआ, यही कारण रहा कि वो पीछे हट गया।

अब पिछले तीन दिनों में फिर चीन ने माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की। सेना द्वारा जारी बयान के मुताबिक 29-30 अगस्त को पैंगोंग झील के दक्षिणी इलाके में चीन ने घुसपैठ की कोशिश की। सैकड़ों जवान इस ओर आने लगे लेकिन भारतीय सेना ने खदेड़ दिया।

इसके बाद 31 अगस्त की रात को फिर एक बार चीन ने लद्दाख सीमा के पास ही काला टॉप हिस्से के पास घुसने की कोशिश की। लेकिन भारतीय जवानों को देख चीनी जवान वहां टिक ना सके। अब ये काला टॉप इलाका भारत के कब्जे में है। साथ ही 1 सितंबर को फिर चीन ने चुमार इलाके में आने की कोशिश की, लेकिन फिर भारतीय सेना का दम देखकर उल्टे पांव भाग निकले।

दक्षिणी चीन सागर में घिरने लगा चीन

चीन लद्दाख में भारत के साथ तो भिड़ ही रहा है इसके अलावा साउथ चाइना सी में पड़ोसियों को घेरने में जुटा है। लगातार वियतनाम, जापान जैसे देशों की ओर से चीन की अनबन तेज होती आई है। लेकिन यहां भी चीन को मात मिली है। 

चीन की बढ़ती हलचल के बीच पहले अमेरिका ने अपने जंगी जहाज इस इलाके में उतारे, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया और अब बीते दिनों भारत की मौजूदगी भी यहां पर दिखाई दी। इन देशों के अलावा जापान भी लगातार हलचल बढ़ा रहा है। यही कारण है कि चीन जो भी जाल बिछाने की कोशिश कर रहा है, उसमें ही फंस जा रहा है।

बीते दिनों ही दक्षिण चीन सागर के क्षेत्र में जंगी जहाज तैनात किया गया था। यह वही क्षेत्र है जहां चीन भारत के जंगी जहाज का विरोध करता रहा है। वह समय-समय पर इसके खिलाफ शिकायत भी करता रहा है।

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