Drdo Raksha Kavach: दुनियाभर में इजरायल के आयरन डोम की चर्चा होती है, लेकिन अब भारत ने भी अपनी रक्षा प्रणाली को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ‘रक्षा कवच’ नामक एक मल्टी-लेयर डिफेंस सिस्टम विकसित किया है, जो देश के सैन्य परिसंपत्तियों को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगा। इस अत्याधुनिक प्रणाली को एयरो इंडिया 2025 में प्रदर्शित किया गया, जिससे भारत की सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
‘रक्षा कवच’ एक मल्टी-लेयर प्रोटेक्शन सिस्टम है, जो बैलिस्टिक, विस्फोटक और इलेक्ट्रॉनिक हमलों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह प्रणाली नैनो-टेक्नोलॉजी आधारित कंपोजिट मटेरियल्स से बनी है, जिससे यह हल्की लेकिन अत्यधिक मजबूत है। यह रक्षा कवच सैनिकों, बख्तरबंद वाहनों और महत्वपूर्ण रक्षा स्थलों को सुरक्षित रखने में सक्षम है।
इस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत इसकी त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता है। यह संभावित खतरों का पूर्वानुमान लगाकर तुरंत कार्रवाई करता है। इसे बॉडी आर्मर, सैन्य वाहनों और स्थायी सुरक्षा संरचनाओं में आसानी से एकीकृत किया जा सकता है। यह प्रणाली भारतीय सशस्त्र बलों को आधुनिक युद्धक्षेत्र के खतरों से बचाने के लिए डिज़ाइन की गई है और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी रक्षा तकनीकों को मजबूत करती है।
रक्षा कवच दुश्मन के हमलों को हवा में ही न्यूट्रलाइज करने की क्षमता रखता है। इसमें सैटेलाइट-आधारित निगरानी प्रणाली, टोही UAVs, एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, अत्याधुनिक राडार अरुधरा, ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम, हल्के टॉरपीडो, लेजर-आधारित ऊर्जा हथियार और कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली शामिल हैं।
DRDO द्वारा विकसित यह रक्षा प्रणाली भारत की सैन्य क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। यह न केवल दुश्मन के खतरों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि भारतीय सेना को आधुनिक तकनीकों से लैस करेगा। ‘रक्षा कवच’ भारतीय रक्षा रणनीति में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा, जो देश को हर तरह के संभावित खतरों से सुरक्षित रखेगा।