जयपुर के भांकरोटा थाना क्षेत्र में अजमेर रोड पर स्थित जेसीबी के एक वर्कशॉप में। सोमवार शाम को भीषण आग लग गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह वही स्थान है जहां पहले एक एलपीजी टैंकर में भयानक। विस्फोट हुआ था, जिसने स्थानीय लोगों में पुरानी यादें ताजा कर दीं। आग इतनी विकराल थी कि इसका धुआं 5 किलोमीटर दूर से भी साफ दिखाई दे रहा था, जिससे आसपास के क्षेत्रों में चिंता फैल गई।
आग का विकराल रूप और तत्काल प्रतिक्रिया
शाम करीब साढ़े पांच बजे जेसीबी वर्कशॉप के पिछले हिस्से में वेल्डिंग का काम चल रहा था। एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वेल्डिंग की चिंगारी से वर्कशॉप में रखे तेल ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि पूरे परिसर में धुआं और लपटें उठने लगीं। वर्कशॉप में उस समय लगभग 80 अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। आग की भयावहता को देखते हुए सभी ने अपनी जान बचाने के लिए बाहर की ओर दौड़ लगा दी। कुछ कर्मचारियों ने शुरुआत में वर्कशॉप के अपने फायर सिस्टम का उपयोग करके आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि उनके प्रयास नाकाफी साबित हुए।
सुरक्षा उपाय और बचाव अभियान
आग की सूचना मिलते ही भांकरोटा थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। आग की गंभीरता को देखते हुए, फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियों को बुलाया गया, जिन्होंने लगभग। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम 7 बजे तक मुख्य आग पर काबू पाया। इस दौरान, सिविल डिफेंस की टीम ने वर्कशॉप के परिसर से 12 लोगों। को सुरक्षित बाहर निकाला, जो आग की चपेट में आने से बच गए थे। आसपास के इलाकों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, अजमेर रोड पर एक लेन के वाहनों को रोक दिया गया और पास के तीन पेट्रोल पंपों को एहतियातन बंद करवा दिया गया। वर्कशॉप के बगल में डी मार्ट और धराव स्कूल जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान होने के कारण, प्रशासन ने किसी भी बड़े खतरे को टालने के लिए त्वरित कदम उठाए।
इस भीषण अग्निकांड में जेसीबी वर्कशॉप को भारी नुकसान हुआ। वर्कशॉप के भीतर रखा फर्नीचर, बड़ी संख्या में टायर्स, महत्वपूर्ण दस्तावेज, लगभग 5000 लीटर केमिकल, ग्रीस, तेल और कुछ जेसीबी मशीनें व उनके पुर्जे पूरी तरह से जलकर राख हो गए और आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वर्कशॉप का ढांचा भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। देर रात तक, आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका था, क्योंकि स्टोरेज ऑयल और केमिकल के ड्रम रुक-रुककर जलते रहे, जिससे फायर ब्रिगेड की टीम को लगातार निगरानी रखनी पड़ी। रात करीब 10 बजे एक बार फिर वर्कशॉप के एक हिस्से में आग। भड़क उठी, जिसे मौके पर मौजूद फायर ब्रिगेड की टीम ने तुरंत बुझा दिया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और सहयोग
स्थानीय निवासी राकेश ने बताया कि उनका घर वर्कशॉप के पीछे है और आग इतनी विकराल थी कि उनके घर से भी साफ दिखाई दे रही थी। उन्होंने शुरुआत में धुएं का गुबार देखा, लेकिन जल्द ही आग ने भयानक रूप ले लिया, जिससे लोगों में भगदड़ मच गई। राकेश ने यह भी बताया कि स्थानीय लोगों का कहना था कि यह आग। उतनी ही भयंकर थी, जितना पहले एलपीजी टैंकर में हुए ब्लास्ट के दौरान थी। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के प्रयासों में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों का सक्रिय रूप से सहयोग किया। जब दमकल की गाड़ियों का पानी खत्म हो गया, तो आसपास के लोगों ने उन्हें पानी भरवाने में मदद की, जिससे आग पर काबू पाने के काम में तेजी आई और देर रात तक वर्कशॉप के बाहर मलबा हटाने का काम जारी रहा, जबकि आग के बचे हुए छोटे-छोटे हिस्सों को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था। यह घटना एक बार फिर इस क्षेत्र में औद्योगिक सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों के महत्व को उजागर करती है।