Meesho IPO: मीशो IPO: ₹105-₹111 प्रति शेयर प्राइस बैंड, 3 दिसंबर को खुलेगा इश्यू
Meesho IPO - मीशो IPO: ₹105-₹111 प्रति शेयर प्राइस बैंड, 3 दिसंबर को खुलेगा इश्यू
ई-कॉमर्स क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने वाले प्लेटफॉर्म मीशो का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) अब निवेशकों के लिए तैयार है। कंपनी ने अपने पब्लिक इश्यू के लिए ₹105 से ₹111 प्रति शेयर का। प्राइस बैंड निर्धारित किया है, जो संभावित निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी है। यह IPO 3 दिसंबर को खुलेगा, जिससे निवेशकों को कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने का अवसर मिलेगा।
आईपीओ का विवरण और महत्वपूर्ण तिथियां
मीशो का IPO कुल ₹5421 करोड़ का है, जिसमें ₹4250 करोड़ के नए शेयर जारी किए जाएंगे और इसके अतिरिक्त, मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ₹10. 55 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) भी शामिल है और एंकर निवेशक 2 दिसंबर को बोली लगा सकेंगे, जो IPO खुलने से एक दिन पहले का समय है। पब्लिक इश्यू 5 दिसंबर को बंद होगा, जिसके बाद 8 दिसंबर को शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल किया जाएगा। सफल आवंटियों के लिए शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 10 दिसंबर को होने की संभावना है, जो निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होगा।कंपनी की पृष्ठभूमि और नियामक मंजूरी
मीशो ने इस साल जुलाई में गोपनीय मार्ग से अपने ड्राफ्ट पेपर जमा किए थे, जो कंपनी की IPO लाने की प्रारंभिक प्रक्रिया का हिस्सा था। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI से इसे अक्टूबर 2025 में मंजूरी मिली, जो IPO प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कंपनी के प्रमोटर विदित आत्रे और संजीव कुमार हैं, जिन्होंने मीशो की स्थापना और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और पब्लिक इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली, एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप जैसे प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थान बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे हैं, जबकि Kfin Technologies Ltd. रजिस्ट्रार की भूमिका निभा रहा है।ऑफर फॉर सेल (OFS) में शेयर विक्रेता
ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत, कंपनी के प्रमोटर विदित आत्रे और संजीव कुमार अपने कुछ शेयर बिक्री के लिए रखेंगे और उनके साथ, कई प्रमुख शेयरधारक भी अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। इनमें पीक XV पार्टनर्स, एलिवेशन कैपिटल V लिमिटेड, वेंचर हाईवे सीरीज 1, गोल्डन समिट लिमिटेड, वाई कॉम्बिनेटर कॉन्टिन्यूटी होल्डिंग I LLC, सरीन फैमिली इंडिया LLC और जेमिनी इनवेस्टमेंट्स शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मैन हे टैम भी OFS में अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। OFS मौजूदा निवेशकों को कंपनी से बाहर निकलने या अपनी हिस्सेदारी कम करने का अवसर प्रदान करता है, जबकि नए निवेशकों को कंपनी में प्रवेश करने का मौका मिलता है।आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग
IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले धन का उपयोग कंपनी विभिन्न रणनीतिक उद्देश्यों के लिए करेगी। इन उद्देश्यों में अपनी सब्सिडियरी MTPL में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश शामिल है, जो कंपनी की तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करेगा। इसके अलावा, धन का उपयोग सैलरी के भुगतान और MTPL में अन्य निवेशों के लिए भी किया जाएगा। कंपनी अधिग्रहण और अन्य रणनीतिक पहलों के माध्यम से अकार्बनिक वृद्धि (inorganic growth) की फंडिंग के लिए भी इन पैसों का इस्तेमाल करेगी, जिससे मीशो की बाजार स्थिति और विस्तार को बढ़ावा मिलेगा और शेष राशि सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए आरक्षित रहेगी, जो कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन और अप्रत्याशित जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी।आरक्षण और आवंटन संरचना
मीशो IPO में शेयरों का आवंटन विभिन्न निवेशक श्रेणियों के लिए निर्धारित किया गया है। कुल इश्यू का 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए आरक्षित है, जो बड़े संस्थागत निवेशकों को आकर्षित करेगा। रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 10 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित किया गया है, जिससे छोटे व्यक्तिगत निवेशकों को भी कंपनी में निवेश करने का मौका मिलेगा और शेष 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NIIs) के लिए आरक्षित है, जिसमें उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति और कॉर्पोरेट शामिल होते हैं। यह आवंटन संरचना विभिन्न प्रकार के निवेशकों को शामिल करने और। IPO की सफलता सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।मीशो की वित्तीय सेहत
मीशो वर्तमान में लाभ में नहीं है। कंपनी ने अमेरिका के डेलावेयर से भारत में अपना बेस शिफ्ट किया है, और इससे जुड़े खर्चों के कारण वित्त वर्ष 2025 में इसका घाटा बढ़ गया। वित्त वर्ष 2025 में मीशो का शुद्ध घाटा ₹305 करोड़ से बढ़कर ₹3,941 करोड़ हो गया, जो एक महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, टैक्स और असाधारण मदों से पहले के घाटे को छोड़कर, वित्त वर्ष 2025 में मीशो का शुद्ध घाटा ₹108 करोड़ रहा। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में, मीशो का शुद्ध घाटा ₹289 करोड़ दर्ज किया गया। सकारात्मक बात यह है कि कंपनी पर कोई उधारी नहीं है, जो इसकी वित्तीय स्थिरता के लिए एक मजबूत संकेत है और यह स्थिति कंपनी को भविष्य में विकास के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करती है।
मीशो का यह IPO कंपनी के विकास पथ में एक महत्वपूर्ण कदम है। पूंजी जुटाकर, मीशो अपनी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करने, तकनीकी बुनियादी ढांचे में निवेश करने और रणनीतिक विस्तार के अवसरों का लाभ उठाने की योजना बना रहा है। निवेशकों के लिए यह ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक उभरते हुए खिलाड़ी में निवेश करने का अवसर प्रस्तुत करता है, हालांकि कंपनी अभी तक लाभप्रदता हासिल नहीं कर पाई है।