राजनीति: पंजाब में संगरूर के लोगों ने केजरीवाल की पार्टी को दिया झटका, लोकसभा से AAP को किया 'साफ'
राजनीति - पंजाब में संगरूर के लोगों ने केजरीवाल की पार्टी को दिया झटका, लोकसभा से AAP को किया 'साफ'
आम आदमी पार्टी के पंजाब के संगरूर संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में हारने के बाद अब लोकसभा में उसका कोई सदस्य नहीं है. आप के संगरूर जिले के प्रभारी गुरमेल सिंह ने यह सीट शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान से 5,800 से अधिक मतों के अंतर से गंवा दी.सिमरनजीत मान आखिरी बार 1999 में इसी सीट से चुने गए थे. मार्च विधानसभा चुनाव में विधायक के रूप में चुने जाने और मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हुआ था. उन्होंने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव दोनों में संगरूर से जीत हासिल की थी. विधानसभा चुनाव में पार्टी की प्रचंड जीत के बाद यह मुकाबला आप के लिए आत्मविश्वास की पहली परीक्षा थी. इस सीट पर कुल 16 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस प्रत्याशी दलवीर सिंह गोल्डी, बीजेपी के केवल ढिल्लों और अकाली दल की कमलदीप कौर ने क्रमश: तीसरा, चौथा और पांचवां स्थान हासिल किया.हार पर आप ने क्या कहा...आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने पीटीआई-भाषा से बात करते हुए संगरूर लोकसभा सीट पर पार्टी की हार के लिए शिअद (अमृतसर) उम्मीदवार के पक्ष में लोगों की "भावना" को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के नतीजों को मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार के कामकाज पर जनता के फैसले के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.सिंह ने कहा, ‘‘कभी-कभी लोग भावनाओं से प्रेरित होकर वोट डालते हैं. वहां यही हुआ. भावनाओं से प्रेरित होकर लोगों ने सिमरन सिंह मान के पक्ष में मतदान किया. शायद उनकी उम्र के कारण और इसलिए भी कि वह पिछले कई सालों से चुनावों में हार का सामना कर रहे थे कि लोगों ने उन्हें भावनात्मक रूप से वोट दिया.’’सिंह ने कहा कि अगर भगवंत मान सरकार का प्रदर्शन इतना खराब होता तो पारंपरिक पार्टियों- कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी - को वोट मिलना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मान सरकार ने पिछले तीन महीने में ‘‘अनुकरणीय कार्य’’ किया है.