उत्तराखंड: वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है: पुष्कर सिंह धामी

उत्तराखंड - वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है: पुष्कर सिंह धामी
| Updated on: 23-Nov-2021 12:49 PM IST
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे और उनके सुझाव पर विकास का एक रोडमैप तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त लोन की धनराशि बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार करेगी।

इस दौरान महिला स्वयं सहायता समूह की ओर से मुख्यमंत्री से ब्याज मुक्त लोन की पांच लाख की सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महानुभावों के जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उनको ध्यान में रखते हुए आगे के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस जन संवाद से जो अमृत निकलेगा, प्रदेश के समग्र विकास के लिए भावी रणनीति पर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार से राज्य को हर क्षेत्र में पूरा सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में हवाई, रेल एवं सड़क कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है।

कहा कि उत्तराखंड में दीर्घकालिक सोच के साथ अनेक क्षेत्रों में कार्य हो रहे हैं। नदियों एवं नालों के पुनर्जीवीकरण, वन्य जीवों के संरक्षण, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक जिला दो उत्पाद, लोकल फॉर वोकल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पलायन को रोकने एवं सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। स्मार्ट पुलिसिंग और और साइबर सिक्योरिटी की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों से संवाद किया एवं उनके सुझाव भी लिए।

युवा राज्य को युवा सोच के साथ आगे बढ़ाना जरूरी : अनिल जोशी

पद्म भूषण एवं हैस्को के संस्थापक डॉ.अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि सामूहिकता में हमेशा बल होता है। मुख्यमंत्री ने समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से जो संवाद स्थापित किया है, इससे प्रदेश के हित के लिए अवश्य अमृत निकलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 21 सालों के इस सफर में अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिले। उत्तराखंड हिमालयी राज्य है। हिमालय नवीन पर्वत शृंखला है और उत्तराखंड भी युवा राज्य है। युवा राज्य को युवा सोच के साथ आगे बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी की कार्यशैली एवं व्यक्तित्व से लोग प्रभावित हैं।

अपशिष्ट पदार्थों के कलेक्शन सेंटर बनें: बहुगुणा

टिहरी जिले के संजय बहुगुणा ने सुझाव दिया कि वेस्ट को बेस्ट में बदलने के लिए अपशिष्ट पदार्थों से अनेक सजावटी वस्तुएं बनाई जा रही हैं। अपशिष्ट पदार्थों के लिए कलेक्शन सेंटर बनना चाहिए।

पारंपरिक घराट मॉडल अपनाया जाए : डंगवाल

उत्तरकाशी के अनिल डंगवाल ने कहा कि नाकुरी, उत्तरकाशी में पांरपरिक घराटों का संचालन किया जा रहा है। इस क्षेत्र में अनेक महिलाएं कार्य कर रही हैं। इससे उनकी आजीविका भी बनी है। इस मॉडल को बड़े स्तर पर अपनाया जा सकता है।

भू कानून लागू हो : रंजना

वैज्ञानिक  डॉ.रुचि बडोला ने प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए महिलाओं को स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार उपलब्ध कराने, कृषि कार्यों को बढ़ावा देने एवं राज्य में भू-कानून लागू करने का सुझाव दिया। 

शिक्षा को पर्यटन से जोड़ें : सरबजीत

संवाद में सबरजीत सिंह ने सुझाव दिया कि रिवर्स माइग्रेशन के लिए शिक्षा को पर्यटन के साथ जोड़ते हुए कार्य होने चाहिए।

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