Live Hindustan : Oct 14, 2019, 03:10 AM
मुंबई | गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करते हुए पीएम मोदी के "56 इंच के सीने" वाली बात दोहराई। गृह मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने जम्मू-कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने की हिम्मत कभी नहीं दिखाई।
कोल्हापुर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जब कांग्रेस और राकांपा नेता वोट मांगने आएं लोगों को उनसे सवाल करना चाहिए कि क्या वे जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधानों को निरस्त करने के एनडीए सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं? देश और महाराष्ट्र के लोगों ने दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें वोट दिया, उसके बाद मोदीजी ने कुछ ऐसा किया जिसका पूरा देश 70 साल से इंतजार कर रहा था। उन्होंने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया और जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा में शामिल कर दिया।उन्होंने कहा कि- पीएम मोदी ने एयर स्ट्राइक कराई, बालाकोट के आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए और पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया। लेकिन राहुल गांधी कहते हैं कि आप चोला ओढ़ कर खून की दलाली करते हैं। शाह ने आगे कहा कि 'महाराष्ट्र की जनता के सामने 2 विकल्प हैं, एक ओर मोदी जी, देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे जी के नेतृत्व में भाजपा और शिवसेना खड़ी है, तो दूसरी ओर राहुल बाबा और शरद पवार हैं। इन दोनों के बीच में महाराष्ट्र की जनता को निर्णय लेना है।
कोल्हापुर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जब कांग्रेस और राकांपा नेता वोट मांगने आएं लोगों को उनसे सवाल करना चाहिए कि क्या वे जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधानों को निरस्त करने के एनडीए सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं? देश और महाराष्ट्र के लोगों ने दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें वोट दिया, उसके बाद मोदीजी ने कुछ ऐसा किया जिसका पूरा देश 70 साल से इंतजार कर रहा था। उन्होंने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया और जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा में शामिल कर दिया।उन्होंने कहा कि- पीएम मोदी ने एयर स्ट्राइक कराई, बालाकोट के आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए और पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया। लेकिन राहुल गांधी कहते हैं कि आप चोला ओढ़ कर खून की दलाली करते हैं। शाह ने आगे कहा कि 'महाराष्ट्र की जनता के सामने 2 विकल्प हैं, एक ओर मोदी जी, देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे जी के नेतृत्व में भाजपा और शिवसेना खड़ी है, तो दूसरी ओर राहुल बाबा और शरद पवार हैं। इन दोनों के बीच में महाराष्ट्र की जनता को निर्णय लेना है।