टीवी इंडस्ट्री में चमकने वाले हर सितारे की कहानी पर्दे के पीछे वैसी चमकदार नहीं होती, जितनी वो दिखती है और ‘अनुपमा’ फेम गौरव खन्ना के साथ भी ऐसा ही है, जिनकी जिंदगी संघर्षों और चुनौतियों से भरी रही है. ‘बिग बॉस 19’ के घर में उन्होंने हाल ही में अपने जीवन के ऐसे पन्ने पलटे, जिसे सुनकर न सिर्फ घरवाले बल्कि पूरा देश भावुक हो गया. दोस्तों से मिले धोखे, फाइनेंशियल लॉस, और शूटिंग के बीच कार में सोने की मजबूरी, गौरव का संघर्ष, उनका समर्पण और उनकी जिद दुनिया के लिए एक मिसाल है. अब जब वो फाइनल में पहुंच चुके हैं, तो सवाल ये है कि क्या ये संघर्ष उन्हें बिग बॉस की ‘विजय ट्रॉफी’ तक ले जाएगा?
शुरुआती संघर्ष और अथक परिश्रम
गौरव खन्ना ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में जिस तरह का संघर्ष किया, वह किसी भी उभरते कलाकार के लिए प्रेरणादायक है और उन्होंने खुद बताया कि वह कम से कम दो शो एक साथ करते थे, जिसका मतलब था कि उनके पास घर जाने का समय ही नहीं होता था. उनका शेड्यूल इतना हेक्टिक था कि उन्हें अपनी कार में ही सोना पड़ता था. यह सिर्फ एक दिन की बात नहीं थी, बल्कि यह उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया था. ड्राइवर तक उनकी मां से शिकायत करते थे कि गौरव घर नहीं आते और कार में ही सोते हैं और मुंबई जैसे शहर में रहते हुए भी, गौरव ने कभी उसे ढंग से नहीं देखा, क्योंकि उनका समय एक सेट से दूसरे सेट पर भागने, और कार में ही एक्शन सीन से रोमांटिक सीन के लिए तैयार होने में निकल जाता था. यह जुनून और समर्पण ही उन्हें आज इस मुकाम तक ले आया है.
दोस्तों से मिला गहरा धोखा
गौरव की जिंदगी में सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब उनकी सालों की मेहनत एक झटके में रेत की तरह फिसल गई. साल 2014 में, कुछ करीबी दोस्तों ने उन्हें धोखा दिया और उनका काफी पैसा ले लिया. यह सिर्फ वित्तीय नुकसान नहीं था, बल्कि भरोसे का टूटना भी था, जो किसी भी व्यक्ति को अंदर तक तोड़ देता है. इस धोखे के साथ, संपत्ति में निवेश से भी उन्हें 60% तक का भारी नुकसान उठाना पड़ा और इस फाइनेंशियल क्राइसिस ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया. सालों की मेहनत के बाद भी उन्हें फिर से शून्य से शुरुआत करनी पड़ी, जो किसी भी व्यक्ति के लिए एक बड़ी चुनौती होती है. इस घटना ने उन्हें भावनात्मक और आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.
शादी से ठीक पहले नोटबंदी का संकट
गौरव के जिंदगी की चुनौतियां यहीं नहीं रुकीं और जिस वक्त हर कोई खुशियां मनाता है, उस वक्त भी उन पर दबाव था. गौरव ने बताया कि 2016 में, उनकी शादी से ठीक आठ दिन पहले नोटबंदी हो गई थी. यह एक ऐसा समय था जब पूरे देश में आर्थिक उथल-पुथल मची हुई थी, और ऐसे में अपनी शादी की तैयारियों के बीच इस तरह की चुनौती का सामना करना उनके लिए एक और बड़ी परीक्षा थी. इस अप्रत्याशित आर्थिक बदलाव ने उनकी निजी जिंदगी में भी तनाव पैदा कर दिया, लेकिन उन्होंने इन सभी झटकों के बाद भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपनी सारी ऊर्जा काम में लगा दी और खुद को पूरी तरह से व्यस्त कर लिया.
अथक कार्य और दृढ़ संकल्प
इन सभी झटकों के बाद, गौरव ने खुद को फिर से खड़ा करने का फैसला किया और उन्होंने कहा, “मैंने फिर से दुगना काम करना शुरू कर दिया. मैं सोचना नहीं चाहता था, इसलिए मैंने बिना रुके काम किया. ” यह उनकी मानसिक शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है कि उन्होंने नकारात्मक विचारों से बचने के लिए खुद को काम में झोंक दिया और उन्होंने अपने जीवन के 20 साल इसी तरह काम करते हुए बिता दिए, जिसके बारे में उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि मेरे 20 साल कहां गए. ” इसी नॉन-स्टॉप आदत ने उन्हें आज टीवी इंडस्ट्री का एक मजबूत पिलर बनाया है, जहां वह अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं. उनका यह सफर बताता है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों में भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है.
बिग बॉस की ट्रॉफी की ओर कदम
आज गौरव खन्ना ‘बिग बॉस 19‘ के ग्रैंड फिनाले में खड़े हैं, जो उनके संघर्ष और कड़ी मेहनत का परिणाम है. ‘अनुपमा’ जैसा बड़ा शो करने के बाद, जहां उन्होंने ‘अनुज कपाड़िया’ के रूप में लाखों दिलों पर राज किया, गौरव ने ‘मास्टर शेफ’ जैसा रियलिटी शो भी जीता है, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है. मुंबई की सड़कों पर कार में सोने वाले इस एक्टर के पीछे आज लाखों. फैंस की दुआएं हैं, जो उन्हें बिग बॉस की ट्रॉफी उठाते हुए देखना चाहते हैं. फाइनल में उनका मुकाबला कड़ा है, लेकिन उनकी ‘अनुपमा’ रुपाली गांगुली की तरह उनके फैंस भी चाहते हैं कि ‘उनके ‘अनुज कपाड़िया’ बिग बॉस के विनर बनें. गौरव की यह यात्रा सिर्फ एक अभिनेता की नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसने हर चुनौती का सामना किया और कभी हार नहीं मानी, और अब वह अपनी जीत के बेहद करीब हैं.