बॉलीवुड के 'ही-मैन' कहे जाने वाले दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री और देश भर में गहरा शोक व्याप्त है। परिवार के सदस्य भी इस दुखद घड़ी में गमगीन हैं और धर्मेंद्र भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी दमदार आवाज, उनकी जीवन की शिक्षाएं और उनकी अनूठी जीवन शैली हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी। जो लोग धर्मेंद्र के सोशल मीडिया अकाउंट्स, खासकर इंस्टाग्राम पर जाते थे, वे जानते होंगे कि अभिनेता को अपने प्रशंसकों के साथ जीवन से जुड़ी बातें और मार्गदर्शन साझा करना कितना पसंद था और प्यार और प्रेरणा से भरे धर्मेंद्र के कई वीडियो अब उनके चाहने वालों को और भी भावुक कर रहे हैं।
परिवार का गहरा भावनात्मक जुड़ाव
दिग्गज अभिनेता के निधन के बाद उनका पूरा परिवार बेहद मायूस है और इस दुखद समय में, उनके छोटे बेटे बॉबी देओल का एक पुराना बयान फिर से चर्चा में आ गया है, जिसमें उन्होंने अपने पिता के प्रति अपने गहरे भावनात्मक जुड़ाव को व्यक्त किया था। बॉबी ने कहा था कि वह अपने पिता को स्क्रीन पर भी मरते हुए नहीं देख सकते और अक्सर देखा गया है कि जब भी धर्मेंद्र की बात होती है, उनके दोनों बेटे सनी देओल और बॉबी देओल भावुक हो जाते हैं। धर्मेंद्र के बीमार होने के दौरान भी, जब भी सनी और बॉबी की झलक देखने को मिली, वे दोनों काफी मायूस और भावुक दिखे। अब जब धर्मेंद्र इस दुनिया में नहीं रहे, तो उनके बेटों के दर्द की कल्पना करना भी मुश्किल है।
'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' का वो सीन
बॉबी देओल ने करीब दो साल पहले एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे करण जौहर की फिल्म। 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में धर्मेंद्र के किरदार की मौत का सीन देखकर वह रो पड़े थे। यह घटना उनके पिता के प्रति उनके असीम प्रेम और सम्मान को दर्शाती है। 2023 में रिलीज हुई इस फिल्म में धर्मेंद्र ने रणवीर। सिंह के किरदार रॉकी के दादाजी का महत्वपूर्ण किरदार निभाया था। 87 साल की उम्र में भी उनकी स्क्रीन प्रेजेंस कमाल। की थी और उन्होंने अपने किरदार में जान डाल दी थी।
स्क्रीनिंग छोड़कर चले गए थे बॉबी
फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में एक ऐसा सीन था, जिसे देखना बॉबी देओल के लिए बेहद मुश्किल था। बॉबी ने उस इंटरव्यू में बताया था कि वह फिल्म की स्क्रीनिंग बीच में ही छोड़कर निकल गए थे, क्योंकि वह अपने पिता को स्क्रीन पर मरते हुए नहीं देख सकते थे। उन्होंने भावुक होकर कहा था, 'अगर वो किरदार कोई और करता तो शायद मुझे इतना फर्क नहीं पड़ता और पापा ने उसे जादुई बना दिया था। लेकिन, जब मैं फिल्म देख रहा था तो मुझे कहानी का नहीं पता था। मेरे पापा का किरदार उसमें मर जाता है, इसलिए मैंने पूरी फिल्म नहीं देखी। ' यह बयान उनके पिता के प्रति उनके गहरे लगाव और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
करण जौहर की स्क्रीनिंग का अनुभव
करण जौहर द्वारा आयोजित फिल्म की स्क्रीनिंग को याद करते हुए बॉबी ने आगे बताया था, 'करण ने फिल्म का ट्रायल रखा था और मैं अपने आंसू नहीं रोक पाया, क्योंकि मेरे पापा... पता नहीं मैं उन्हें वैसे देखकर खुद को काबू नहीं कर सका और उठकर चला गया, इसलिए मैं फिल्म का एंड नहीं देख पाया। ' उन्होंने यह भी बताया कि देओल परिवार में ऐसा गहरा भावनात्मक जुड़ाव सामान्य है। बॉबी ने कहा, 'हम ऐसे ही हैं, एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। हम आपस में बहुत कनेक्टेड हैं। मुझे पता है कि वो एक किरदार प्ले कर रहे। थे, लेकिन फिर भी मैं उन्हें ऐसे नहीं देख सकता था। ' उन्होंने अपनी मां का उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन्होंने अपनी फिल्म 'एनिमल' में अपने मरने वाला सीन किया था, तो उनकी मां भी उसे नहीं देख पाई थीं और यह दर्शाता है कि देओल परिवार में रिश्तों की गहराई कितनी प्रबल है और वे एक-दूसरे के प्रति कितने संवेदनशील हैं।