मध्य प्रदेश / दूल्हे को छोड़कर सबकुछ नकली, शादी के नाम पर हुआ बड़ा फ्रॉड, इस तरह हुआ खुलासा

Zoom News : Jul 13, 2021, 04:12 PM
मध्य प्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने नकली शादी कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह कुंवारे लड़कों की नकली शादी कराता था फिर उन्हें झांसा देकर पैसे ऐंठता था और रफूचक्कर हो जाता था। इस मामले में पुलिस एक महिला समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह को चलाने वाले युवक और युवती फरार बताए जा रहे हैं। जो अपने आप को भाई बहन कहते हैं पर वो पति पत्नी बताए जा हैं। पुसिल अब इनकी तलाश में जगह -जगह छापेमारी कर रही है।  

जबलपुर के लार्डगंज थाने में 11 जुलाई की रात पन्ना के रहने वाले जयप्रकाश तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी शादी नहीं हो रही थी। जिसके लिए उसने अपने रिश्तेदारों से शादी के लिए लड़की ढूंढने की बात कही थी। इसके बाद पीड़ित जयप्रकाश के एक रिश्तेदार ने रजनी तिवारी नाम की महिला का नंबर देकर उससे बात करने को कहा। जयप्रकाश ने रजनी से बात की और उसने व्हाट्सएप पर एक अंजली तिवारी नाम की लड़की की फोटो भेजी। जिसे जयप्रकाश ने शादी के लिए पसंद कर लिया। इसके बाद उसे को लड़की से मिलवाने के लिए जबलपुर बुलाया गया। 

जयप्रकाश अपने रिश्तेदारों के साथ जबलपुर पहुंच गए जहां पर गोलबाजार में रजनी ने अंजली तिवारी और उसके भाई विकास तिवारी से उनकी मुलाकात करवाई। इसके बाद सभी लोग ऑटो में बैठकर कोर्ट पहुंचे जहां पर एक वकील उनका पहले ही इनका इंतजार कर रहा था। रजनी ने जयप्रकाश का आधार कार्ड और 8 हजार रुपये वकील को दिलवाए। कुछ देर बाद वकील ने जयप्रकाश और अंजली के एक रजिस्टर पर साइन करवाए और कहा कि शादी हो गई है। आप लोग अपनी गृहस्थी शुरू कर सकते हैं।

इसके बाद सभी लोग वापस गोलबाजार आ गए जहां पर रजनी ने लड़के के परिवार वालों से लड़की के लिए जेवर और कपड़े खरीदने की बात कहकर 1 लाख 10 हजार रुपये लिए। पैसे लेने के बाद रजनी वहां से चली गई।  इसी बीच बाइक पर चार लोग वहां पर पहुंचे जिन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया और धमकी दी कि तुम लोग लड़की को भगाकर ले जा रहे हो, पुलिस बनकर पहुंचे लोगों की बात सुनकर सभी हैरत में पड़ गए और खुद को बचाने के लिए उन्होंने नकली पुलिस वालों को 8500 रुपये दे दिए। 

नकली पुलिस से निपटने के बाद जयप्रकाश ने देखा कि उसकी दुल्हन अंजली तिवारी और उसका भाई विकास तिवारी भी वहां से भाग गए।  इस घटना के बाद जयप्रकाश अपने परिजनों के साथ पन्ना वापस आने की तैयारी में करने लगे। लेकिन उन्हें यह समझ आ चुका था कि वो ठगी का शिकार हुए हैं।  इसके बाद उन्होंने लार्डगंज थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर पहुंचे युवक की बाइक का नंबर मिला, पुलिस ने बाइक के नंबर से गढ़ाफाटक निवासी आशीष तिवारी को गिरफ्तार किया। 

पकड़े गए आरोपी आशीष तिवारी ने पुलिस को बताया कि उसके परिचित विपिन जैन ने सुनील ठाकुर और ज्योति कुशवाहा उर्फ रजनी तिवारी ने एक पार्टी को पन्ना से शादी करने के लिए बुलाया था। जहां भानु जैन, विकास तिवारी और भानु की पत्नी यानी सुमन जैन उसकी बहन अंजली तिवारी बनकर दुल्हन बनने का नाटक करेगी। इसी बीच आशीष को अपने दोस्तों के साथ मिलकर पुलिसकर्मी बनकर पहुंचा है और धमकी देकर लड़के और उसके परिवार वालों को वहां से वापस भगाना है।


पुलिस ने इस गिरोह की सदस्य रजनी तिवारी यानी ज्योति कुशवाहा, सुनील ठाकुर, विपिन जैन( फर्जी पुलिसकर्मी), आशीष तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नकली भाई बहन यानी पति पत्नी भानु जैन एवं सुमन जैन अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने करीब 58 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं और इस मामले की जांच में जुट गई है। 


वहीं इस मामले में एएसपी रोहित काशवानी का कहना है कि नकली शादी कराने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्यों की तलाश जारी। जल्द फरार को पकड़ लिया जाएगा। अब पुलिस यह जानने की कोशिश में लगी है कि इससे पहले यह गिरोह कितने लोगों को ऐसे फंसाकर पैसे ऐंठ चुका है। 

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