Benjamin Netanyahu News / इजराइल के PM नेतन्याहू ही आखिरकार निकले ट्रंप के सबसे करीबी!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की दोस्ती एक बार फिर चर्चित हो रही है। 4 फरवरी को नेतन्याहू व्हाइट हाउस जाएंगे, जहां दोनों नेताओं के बीच गाजा युद्ध विराम और सैन्य सहायता पर चर्चा की उम्मीद है। इस मुलाकात से इजराइल को अपार समर्थन मिलने की संभावना है।

Vikrant Shekhawat : Jan 29, 2025, 01:00 PM

Benjamin Netanyahu News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मित्रता एक बार फिर सुर्खियों में है। खबरों के अनुसार, ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में नेतन्याहू व्हाइट हाउस जाने वाले पहले विदेशी नेता होंगे। व्हाइट हाउस और नेतन्याहू के ऑफिस ने पुष्टि की है कि डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें 4 फरवरी को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया है। यह मुलाकात वैश्विक राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

गाजा युद्ध और संघर्ष विराम वार्ता

यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब गाजा में 15 महीने चले विनाशकारी युद्ध के बाद संघर्ष विराम वार्ता के दूसरे चरण की शुरुआत होनी है। ट्रंप प्रशासन ने इस संघर्ष विराम को अपनी कूटनीतिक जीत बताया है, जबकि नेतन्याहू को इजराइली दक्षिणपंथी दलों से इस फैसले को लेकर दबाव का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में ट्रंप और नेतन्याहू की यह मुलाकात संघर्ष विराम वार्ता की दिशा और गति को प्रभावित कर सकती है।

व्हाइट हाउस से इजराइल को मजबूत समर्थन

व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ट्रंप इस मुलाकात के दौरान इजराइल और उसके पड़ोसियों के बीच शांति स्थापना तथा साझा विरोधियों से निपटने के संभावित कदमों पर चर्चा करेंगे। यह मुलाकात नेतन्याहू के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है क्योंकि वे अपने देश में राजनीतिक दबाव झेल रहे हैं। यदि वे अमेरिका से मजबूत समर्थन प्राप्त कर पाते हैं, तो यह उनकी घरेलू राजनीति में उन्हें मजबूती दे सकता है।

सैन्य सहायता और रणनीतिक सहयोग

इजराइल अमेरिका से सैन्य सहायता पाने वाला सबसे बड़ा देश है। अमेरिका न केवल इजराइल को वित्तीय और सैन्य सहायता प्रदान करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उसका समर्थन करता है। इस यात्रा के दौरान नेतन्याहू ट्रंप से और अधिक सैन्य सहायता तथा कूटनीतिक समर्थन की मांग कर सकते हैं।

गाजा युद्ध फिर से भड़कने की संभावना

हमास ने संघर्ष विराम वार्ता के दौरान गाजा से इजराइल की पूर्ण वापसी और स्थायी युद्ध विराम की शर्त रखी है। नेतन्याहू पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि हमास उनकी शर्तों को स्वीकार नहीं करता है, तो वह युद्ध को फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में, ट्रंप और नेतन्याहू की यह बैठक भविष्य के घटनाक्रमों को लेकर महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप और बेंजामिन नेतन्याहू की यह मुलाकात केवल व्यक्तिगत दोस्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वैश्विक राजनीति और मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस बैठक के परिणाम आने वाले महीनों में इजराइल, फिलिस्तीन और व्यापक अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।