Akeel Akhtar Death / पंजाब के पूर्व DGP और पत्नी के खिलाफ CBI ने दर्ज की FIR, बेटे की रहस्यमयी मौत का मामला

सीबीआई ने पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना के खिलाफ उनके बेटे अकील अख्तर की 'हत्या' के मामले में एफआईआर दर्ज की है। अकील 16 अक्टूबर को पंचकूला में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिरिंज का निशान मिला, जबकि पूर्व डीजीपी ने इसे ओवरडोज बताया है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, जो पंजाब की पूर्व लोक निर्माण मंत्री भी रह चुकी हैं, के खिलाफ एक गंभीर मामला दर्ज किया है। यह एफआईआर उनके 35 वर्षीय बेटे अकील अख्तर की रहस्यमयी मौत से संबंधित है, जिनकी 16 अक्टूबर को हरियाणा के पंचकूला में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि। इसमें एक पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी और एक पूर्व मंत्री का परिवार शामिल है।

अकील अख्तर की संदिग्ध मौत और सीबीआई की एंट्री

अकील अख्तर, जो पंचकूला के मनसा देवी मंदिर के पास सेक्टर 4 में रहते थे, 16 अक्टूबर को अपने आवास पर मृत पाए गए थे। उनकी मौत की परिस्थितियां शुरू से ही संदिग्ध बनी हुई थीं, जिसके बाद इस मामले में गहन जांच की मांग उठ रही थी। अब, केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने 6 नवंबर को इस मामले। में एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें 'हत्या' के आरोप शामिल हैं। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने देर रात जारी बयान में इस बात की पुष्टि की और एफआईआर में यह भी उल्लेख किया गया है कि मृतक और उसके परिवार के बीच असंतोष पनप रहा था, जो जांच का एक महत्वपूर्ण पहलू हो सकता है।

इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अब केंद्रीय स्तर पर इसकी जांच की जाएगी। अकील अख्तर की मौत के बाद हुई पोस्टमार्टम जांच की आंतरिक। रिपोर्ट में कुछ महत्वपूर्ण और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अकील अख्तर के दाहिने बाजू में कोहनी के करीब 7 सेंटीमीटर नीचे एक सिरिंज का निशान पाया गया है और यह निशान इस बात की ओर इशारा करता है कि उन्हें इंजेक्शन लगाया गया था। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अकील ड्रग्स का आदी था। हालांकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वह किस तरह का ड्रग लेता था और क्या यह ड्रग इंजेक्शन के माध्यम से ही लिया जाता था। इन निष्कर्षों ने मामले को और भी उलझा दिया है और सीबीआई की जांच के लिए कई नए रास्ते खोल दिए हैं। सिरिंज का निशान और ड्रग्स की लत का खुलासा, दोनों ही अकील की मौत के पीछे के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा का भावनात्मक बयान

अपने बेटे की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए, पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने इसे 'एक पिता के लिए सबसे बड़ा दुख' बताया है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि उनका बेटा अकील पिछले 18 सालों से ड्रग्स की लत से जूझ रहा था। मुस्तफा ने अपने बेटे की मौत का कारण ओवरडोज़ बताया है, जो उनकी लंबी लत का परिणाम हो सकता है। उन्होंने 'गड़बड़ी' के आरोपों को 'छोटी राजनीति' करार दिया और इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। मुस्तफा ने कहा कि एक पिता के लिए अपने इकलौते बेटे को खोने से बड़ा कोई दर्द नहीं होता। उनका यह बयान उनके गहरे दुख और बेटे की लत के प्रति उनकी जानकारी को दर्शाता है।

जांच में पूर्ण सहयोग का वादा और न्याय की मांग

मोहम्मद मुस्तफा ने सीबीआई जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया है। उन्होंने दृढ़ता से कहा, 'अगर मैं दोषी हूं, तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं और ' यह बयान उनकी ईमानदारी और मामले की सच्चाई सामने लाने की इच्छा को दर्शाता है। एक पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी होने के नाते, मुस्तफा ने जांच प्रक्रिया की गंभीरता को। समझा और अपनी ओर से किसी भी तरह की बाधा न डालने का आश्वासन दिया। उनके इस बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि वह अपने परिवार पर। लगे आरोपों को गंभीरता से ले रहे हैं और न्याय प्रक्रिया का सम्मान करते हैं। सीबीआई अब इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगी, जिसमें परिवार के भीतर असंतोष, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के निष्कर्ष और पूर्व डीजीपी के बयान शामिल हैं, ताकि अकील अख्तर की मौत के पीछे की सच्चाई का पता चल सके और यह मामला निश्चित रूप से आने वाले समय में और भी कई खुलासे कर सकता है।