Zoom News : Oct 09, 2020, 10:19 AM
नई दिल्ली | त्योहारी सीजन से पहले रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक के नतीजों का ऐलान हो गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मतलब ये कि रेपो रेट चार फीसदी पर बरकरार है।आपको बता दें कि त्योहारी सीजन को देखते हुए ये उम्मीद की जा रही थी कि आरबीआई डिमांड बढ़ाने के लिए रेपो रेट पर कैंची चला सकता है। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ है। बता दें कि बीते अगस्त महीने में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। हालांकि, केंद्रीय बैंक इससे पहले पिछली दो बैठकों में रेपो रेट में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। फिलहाल रेपो दर चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि सभी सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि अब कोविड रोकने से ज्यादा फोकस रिवाइवल पर है। 28 सितंबर को होने वाली थी बैठक आपको यहां बता दें कि रिजर्व बैंक ने पहले मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक का दिन 28 सितंबर को तय किया था। लेकिन समिति के सदस्यों की नियुक्ति की वजह से बैठक को आगे के लिए टाल दिया गया था। सरकार ने एमपीसी में तीन सदस्यों की नियुक्ति कर दी है। तीन जाने माने अर्थशास्त्रियों अशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे को एमपीसी का सदस्य नियुक्त किया गया है। इन सदस्यों की नियुक्ति चेतन घाटे, पामी दुआ, रविन्द्र ढोलकिया के स्थान पर की गई है। इनका कार्यकाल सितंबर में पूरा हो गया था।