Shreya Ghoshal Concert / श्रेया घोषाल के कटक कॉन्सर्ट में भगदड़ जैसी स्थिति, दो लोग बेहोश

ओडिशा के कटक में श्रेया घोषाल के लाइव कॉन्सर्ट के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। मंच के पास भारी दबाव के कारण दो लोग बेहोश हो गए। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला और बेहोश हुए लोगों को मेडिकल सहायता प्रदान की।

ओडिशा के कटक शहर में आयोजित प्रसिद्ध बाली यात्रा के अंतिम दिन गुरुवार देर शाम एक बड़ा हड़कंप मच गया। बॉलीवुड की लोकप्रिय पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल के लाइव कॉन्सर्ट के दौरान हजारों की भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। यह घटना गुरुवार देर शाम उस समय हुई जब श्रेया घोषाल का बहुप्रतीक्षित प्रदर्शन शुरू हुआ, और दर्शकों का उत्साह अनियंत्रित भीड़ में बदल गया।

भीड़ का अनियंत्रित होना

जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ, मंच के पास हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े और हर कोई मंच के करीब पहुंचना चाहता था, जिससे मुख्य स्टेज के सामने लगी बैरिकेड्स पर जबरदस्त दबाव पड़ने लगा। लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि सुरक्षा घेरा कमजोर पड़ने लगा और धक्का-मुक्की बढ़ गई। यह स्थिति तेजी से बिगड़ती चली गई, जिससे दर्शकों के बीच घबराहट फैल गई। भीड़ का यह अनियंत्रित व्यवहार सुरक्षाकर्मियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया।

भगदड़ और बेहोशी की घटना

भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता गया, जिससे कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। कई लोग घबराहट में इधर-उधर भागने लगे, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसी दौरान, दो लोग बेहोश होकर गिर पड़े। बताया जा रहा है कि वे अत्यधिक भीड़, घुटन, गर्मी और लगातार धक्का-मुक्की के कारण बेहोश हुए। यह घटना दर्शकों के बीच और अधिक चिंता का कारण। बनी, जिससे स्थिति को नियंत्रित करना और भी मुश्किल हो गया। बेहोश हुए लोगों को तुरंत प्राथमिक उपचार की आवश्यकता थी।

पुलिस और सुरक्षाकर्मियों का त्वरित हस्तक्षेप

जैसे ही हालात बिगड़ने लगे और लोगों के बेहोश होने की। खबर मिली, मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी और पुलिस तुरंत सक्रिय हो गए। उन्होंने भीड़ को नियंत्रित करने और स्थिति को सामान्य करने के लिए तेजी से कार्रवाई की। बेहोश हुए दोनों लोगों को तुरंत नजदीकी मेडिकल सुविधा केंद्र ले जाया गया, जहां उनका इलाज शुरू हुआ। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने त्वरित प्रतिक्रिया देकर किसी बड़ी अनहोनी को टाल दिया। उनकी मुस्तैदी ने यह सुनिश्चित किया कि घायलों को समय पर सहायता मिल सके।

वरिष्ठ अधिकारियों का मोर्चा संभालना

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, जिनमें कमिश्नर और अतिरिक्त कमिश्नर भी शामिल थे, तुरंत स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भीड़ को नियंत्रित करने और कार्यक्रम को सुरक्षित तरीके से जारी रखने के लिए मोर्चा संभाला। अधिकारियों ने भीड़ को धीरे-धीरे और सुरक्षित तरीके से तितर-बितर करने की योजना बनाई, ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो। उनकी उपस्थिति और नेतृत्व ने स्थिति को और बिगड़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए।

प्रशासन की अपील और भविष्य के लिए सबक

घटना के बाद, प्रशासन ने मेले में आए लोगों और भविष्य में ऐसे बड़े आयोजनों में शामिल होने वाले दर्शकों से अपील की है कि वे शांत रहें, धक्का-मुक्की न करें और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें। इस घटना ने बड़े सार्वजनिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा प्रोटोकॉल के महत्व को रेखांकित किया है। अधिकारियों ने सभी से सहयोग करने और संयम बरतने का आग्रह किया है ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। यह घटना आयोजकों और सुरक्षा एजेंसियों के लिए भविष्य के आयोजनों के लिए महत्वपूर्ण सबक प्रदान करती है।