Bhajan Lal Sharma: भजनलाल शर्मा को बनाया राजस्थान का मुख्यमंत्री
Bhajan Lal Sharma - भजनलाल शर्मा को बनाया राजस्थान का मुख्यमंत्री
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया है। प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा हाईकमान द्वारा तय किए गए नाम का ऐलान किया गया और उस नाम पर सभी की सहमति बन गई। सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने ही रखा। भजनलाल शर्मा संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वे प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायकों की ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे।
इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। वहीं, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।
बैठक से पहले राजनाथ सिंह ने भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे को बैठक से पहले ही नए मुख्यमंत्री का नाम प्रस्तावित करने के लिए मना लिया था।
भरतपुर के रहने वाले हैं भजन लाल शर्माराजस्थान में सीएम फेस घोषित किए गए भजन लाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले हैं. 56 वर्षीय भजन लाल के पिता का नाम किशन स्वरूप शर्मा हैं. उनका मतदाता पहचान पत्र उनके आवास भरतपुर में ही रजिस्टर्ड है. एडीआर की रिपोर्ट में उनका पेशा बिजनेस बनाया गया है. इसके अलावा उनकी पत्नी की आमदनी भी थोक व्यवसायी के तौर पर दर्शाई गई है.
राजस्थान यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई, रेलवे कमेटी में सदस्यभजन लाल शर्मा की शैक्षिक योग्यता की बात करें तो वह पोस्टग्रेजुएट हैं. उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. भजन लाल शर्मा राजनीतिक विज्ञान से एमए हैं. उन्होंने 1993 में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था. वह भरतपुर रेलवे की कमेटी में सदस्य भी रहे हैं. 2021 में उन्हें मेंबर्स ऑफ द पैंसेंजर एमिनिटी कमेटी में शामिल किया गया था.
अप्रैल में ही कर दिया था भाजपा की जीत का ऐलानभजन लाल ने प्रदेश महामंत्री के तौर पर इस साल अप्रैल में ही भाजपा की जीत का ऐलान कर दिया था. उन्होंने कहा था कि भाजपा कांग्रेस की तरह चुनावी वर्ष का इंतजार नहीं करती. भाजपा फिजिकल और वर्चुअल तौर पर कार्यकर्ताओं से जुड़ी रहती है. उन्होंने यह भी ऐलान कर दिया था कि चुनावी तैयारी में भाजपा कांग्रेस से 100 कदम आगे है.