Diwali 2024: दिवाली पर मुकेश अंबानी का गिफ्ट, जियो पेमेंट को मिला अब ये लाइसेंस

Diwali 2024 - दिवाली पर मुकेश अंबानी का गिफ्ट, जियो पेमेंट को मिला अब ये लाइसेंस
| Updated on: 29-Oct-2024 07:40 PM IST
Diwali 2024: अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी को दिवाली से पहले एक बेहतरीन सौगात मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उनकी कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेस की सब्सिडियरी, जियो पेमेंट सॉल्युशंस लिमिटेड को ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की स्वीकृति दे दी है। इस मंजूरी के साथ, जियो अब ‘जियो पे’ जैसी सेवा के माध्यम से देशभर में एक पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में अपनी भूमिका निभा सकेगी।

डिजिटल पेमेंट मार्केट में जियो का प्रवेश

वर्तमान में भारत में डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में गूगल पे और फोनपे का दबदबा है, जो देश के 60 प्रतिशत से अधिक डिजिटल लेन-देन को नियंत्रित करते हैं। ऐसे में आरबीआई और नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का ध्यान नए थर्ड-पार्टी ऐप्स को पेमेंट लाइसेंस प्रदान करने पर है। इसी क्रम में जोमैटो, क्रेड जैसी कंपनियों को भी लाइसेंस दिए गए हैं। इस नए कदम के साथ, जियो फाइनेंशियल सर्विसेस को एक पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में आरबीआई से लाइसेंस मिला है, जिससे अब जियो पेमेंट्स देशभर में डिजिटल ट्रांजेक्शंस को सीधे मैनेज कर सकेगा।

जियो पेमेंट सॉल्युशंस का लाइसेंस प्रभावी

जियो फाइनेंशियल सर्विसेस ने शेयर बाजार को सूचना दी कि आरबीआई से प्राप्त इस लाइसेंस के बाद जियो पेमेंट सॉल्युशंस लिमिटेड, पेमेंट एंड सैटलमेंट सिस्टम्स एक्ट, 2007 की धारा-7 के अंतर्गत डिजिटल ट्रांजेक्शंस को खुद से मैनेज करने में सक्षम होगी। 28 अक्टूबर 2024 से प्रभावी इस लाइसेंस के साथ जियो फाइनेंशियल सर्विसेस के शेयरों में भी सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। मंगलवार को कंपनी के शेयर में 1.45% की वृद्धि हुई और यह 321 रुपए के ऊपर ट्रेड हो रहा है।

पेटीएम को दे सकता है टक्कर

पिछले साल, आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नए ग्राहकों को जोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके चलते पेमेंट बैंक के क्षेत्र में एक खाली जगह बन गई थी। पेटीएम अभी भी इस संकट से जूझ रहा है, और इसी बीच जियो फाइनेंशियल सर्विसेस के पास इस क्षेत्र में एक बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने का सुनहरा अवसर है। जियो पेमेंट्स बैंक, जियो फाइनेंशियल सर्विसेस का हिस्सा है, जो वर्तमान में डिजिटल सेविंग अकाउंट, बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन और फिजिकल डेबिट कार्ड जैसी सेवाएँ प्रदान करता है। इसके 15 लाख से अधिक सक्रिय ग्राहक हैं, और आने वाले दिनों में जियो फाइनेंशियल सर्विसेस का उद्देश्य फुल बैंकिंग सर्विस की दिशा में बढ़ने का है।

जियो फाइनेंशियल के लिए बड़ा अवसर

जियो पेमेंट्स बैंक के रूप में, जियो फाइनेंशियल सर्विसेस ने डिजिटल सेविंग अकाउंट और बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन जैसी सुविधाएं देकर एक नया विकल्प प्रस्तुत किया है। यह न केवल ग्राहकों के लिए एक नया अनुभव है, बल्कि डिजिटल बैंकिंग क्षेत्र में भी एक नई प्रतिस्पर्धा लाने का संकेत देता है। फिजिकल डेबिट कार्ड से लेकर 15 लाख सक्रिय ग्राहकों के साथ जियो के पास एक मजबूत कस्टमर बेस है, और आरबीआई के इस लाइसेंस से कंपनी को व्यापक संभावनाएं मिलेंगी।

निष्कर्ष

मुकेश अंबानी के नेतृत्व में जियो फाइनेंशियल सर्विसेस ने भारतीय डिजिटल पेमेंट मार्केट में एक नई दिशा का रुख किया है। आरबीआई द्वारा पेमेंट एग्रीगेटर का लाइसेंस मिलना कंपनी के लिए दिवाली का तोहफा है और साथ ही डिजिटल फाइनेंस सेक्टर में एक मजबूत दावेदारी का अवसर।

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