Iran Protest: ईरान में हिजाब के खिलाफ और हिंसक हुआ प्रदर्शन, सड़कों पर फूंकी जा रही गाड़ियां

Iran Protest - ईरान में हिजाब के खिलाफ और हिंसक हुआ प्रदर्शन, सड़कों पर फूंकी जा रही गाड़ियां
| Updated on: 22-Sep-2022 08:05 AM IST
Iran Hijab Protest: महसा अमीनी की मौत (Mahsa Amini Death) के बाद ईरान (Iran) अब विरोध की आग में जलने लगा है. हिजाब के खिलाफ ईरान में अब प्रदर्शन हिंसक होने लगे हैं. हिजाब को जलाने की आग ईरान के कई शहरों को जला सकती है. हिजाब के खिलाफ विरोध और आक्रमकता पसरती जा रही है. पहले महिलाएं हिजाब जला रहीं थीं और अब लोग हंगामे के साथ सड़क पर सरकारी संपत्ति जलाने पर आमादा दिख रहे हैं. 

जानकारी के मुताबिक ईरान (Iran) के कई शहरों में बढ़ती हिंसा को देखकर इंटरनेट सेवा (Internet Services) बंद करनी पड़ी है ताकि लोग अफवाहों से बचें और हिंसक ना हों.

ईरान में हिजाब के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन

ईरान में प्रदर्शन कमोबेस हर जगह हो रहे हैं. एक जगह पर तो प्रदर्शनकारी निकले और गार्ड से भीड़ गए. प्रदर्शनकारियों ने गार्ड के साथ काफी मारपीट की. वहीं, दीवानदारेह शहर में 5 लोगों के मारे जाने की खबर है. ये ईरान के कुर्द क्षेत्र का वो हिस्सा है, जहां हिजाब के खिलाफ सबसे अधिक विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. अगर ये प्रदर्शन ऐसे ही बढ़ते रहे तो इसका दंश कई दशकों तक झेलना पड़ सकता है.

ईरान विरोधियों की साजिश- इब्राहिम रईसी

ईरान में कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की भी खबरें हैं. इस बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने भी महसा अमीनी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मौत की जांच का वादा किया है. हालांकि राष्ट्रपति रईसी ये भी कह रहे हैं कि ये ईरान विरोधियों की सोची समझी साजिश. बता दें कि हिजाब नहीं पहने होने की वजह से पुलिस ने परिवार के साथ तेहरान घूमने आई महसा अमीनी को हिरासत में लिया था और फिर उसकी मौत हो गई थी. 

ईरान की महिलाओं को अमेरिका का समर्थन

उधर, ईरान (Iran) की पुलिस पिटाई से हुई मौत के आरोपों का खंडन कर रही है. पुलिस का दावा है कि हार्ट अटैक से महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत हुई है. उधर, अमेरिका के लोग ईरान की बहादुर महिलाओं के साथ खड़े हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन UNGA में बोल रहे थे और ईरान के मुद्दे का भी जिक्र कर दिया. उन्होंने साफ तौर से कहा कि अमेरिका के लोग ईरान की बहादुर महिलाओं के साथ खड़े हैं. इससे पहले भारत से भी ईरान की महिलाओं के समर्थन में आवाजें उठी थीं.

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