दुनिया: PM के तौर पर इमरान की ‘रईसी’, घर से ऑफिस आने-जाने में ही लुटा दिया सरकारी खजाना

दुनिया - PM के तौर पर इमरान की ‘रईसी’, घर से ऑफिस आने-जाने में ही लुटा दिया सरकारी खजाना
| Updated on: 15-Feb-2023 01:54 PM IST
Imran Khan News: पीएम पद से हटने के बाद से इमरान खान लगातार विवादों के केंद्र में रहे हैं. अब एक नया विवाद उसने जुड़ता दिख रहा है. दस्तावेजों से पता चलता है कि इमरान खान की अपने आवास (बनिगला) से प्रधानमंत्री आवास तक की यात्रा का खऱ्च  पनाहगाहों/शेल्टर होम(shelter homes) योजना के कुल खर्च से पांच गुना अधिक है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने यह जानकारी दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक इन शेल्टर होम को ट्रेडमार्क परियोजना के रूप में पेश किया गया था ताकि यह दिखाया जा सके कि इमरान खान गरीबों की कितनी परवाह करते हैं.

क्या थी पनाहगाह योजना

द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, दस्तावेजों के अनुसार, पाकिस्तान बैतूल माल (पीबीएम) की देखरेख में देश भर में कुल 39 एहसास पनाहगाह/शेल्टर होम स्थापित किए गए थे. यह कार्यक्रम मुख्य रूप से आश्रयहीन व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण सेवा वितरण पर केंद्रित था, जिसमें स्वास्थ्य देखभाल, सुरक्षित रहने के वातावरण, स्वच्छ भोजन आदि सहित कई पहलुओं का सम्मानजनक तरीके से ध्यान रखा गया था.

कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से कुल 39 एहसास पनाहगाह काम कर रहे हैं. इसके अलावा, पीबीएम ने डोनर को भोजन देने के लिए खाद्य वाहनों की खरीद की.  ‘एहसास कोई भूखा ना सोए’ कार्यक्रम (EKBNS) की शुरुआत के बाद से, 40 खाद्य वाहन काम कर रहे हैं.

आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, मार्च वित्त वर्ष 2022 तक 161.088 मिलियन रुपये की राशि का उपयोग किया गया है.

इमरान ने आने-जाने में खर्च कर दिए इतने रुपये

हालांकि गरीबों के कल्याण के लिए किए गए खर्च की तुलना में, इमरान खान ने घर से पीएमओ तक आने-जाने में राष्ट्रीय खजाने से 984 मिलियन रुपये खर्च कर दिए.

पीडीएम सरकार ने जारी किया खर्च का ब्यौरा

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, सत्ता में आने के बाद पीडीएम सरकार ने इमरान खान के हेलीकॉप्टर खर्च का ब्योरा जारी किया.

संघीय सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब द्वारा अप्रैल 2022 में जारी किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि खान का यात्रा खर्च 472.36 मिलियन रुपये था, जबकि हेलीकॉप्टर के रखरखाव पर यात्रा खर्च से भी अधिक 511.995 मिलियन रुपये खर्च हुए.

दस्तावेजों के अनुसार, अगस्त 2018 से दिसंबर 2018 तक खान का यात्रा व्यय 37.93 मिलियन रुपये था.इसी तरह, खान की यात्रा की लागत 2019 में 131.94 मिलियन रुपये, 2020 में 143.55 मिलियन रुपये, 2021 में 123.8 मिलियन रुपये और जनवरी से मार्च 2022 तक 35.14 मिलियन रुपये थी.

यात्रा खर्च के अलावा बजट के दस्तावेज बताते हैं कि वित्त वर्ष 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास और सचिवालय का बिजली बिल मात्र 149.19 करोड़ रुपये था.

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