खरगोन उपद्रव / कर्फ्यू में 9 घंटे की छूट, ईद-अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती सभी पर्व घर में ही मनेंगे

Zoom News : May 01, 2022, 10:16 AM
खरगोन जिले में रविवार को जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में 9 घंटे की छूट दी है, लेकिन दो और तीन मई को ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को देखते हुए एहतियात बरतते हुए प्रशासन ने कर्फ्यू में किसी भी तरह की राहत न देने का फैसला किया है। जिले में 2 और 3 मई को पूरी तरह से कर्फ्यू लगा रहेगा। 1 मई को जिला प्रशासन ने सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।


सभी पर्व घरों में मनेंगे

रामनवमी पर हुए उपद्रव के बाद सुरक्षा के लिहाज से जिला प्रशासन ने ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जंयती किसी भी पर्व को सार्वजनिक स्थलों पर मनाने की इजाज़त नहीं दी है। ईद की नमाज मस्जिदों की जगह घरों में पढ़ी जाएगी। अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के दिन भी सभी आयोजन घरों में ही करने होंगे। जिला प्रशासन और समाजजनों के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।


अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्षय तृतीया ,परशुराम जयंती और ईद के मद्देनजर 2 और 3 मई को सम्पूर्ण शहर में कर्फ्यू लागू रहेगा। रविवार एक मई को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू में छूट रहेगी। इस दौरान सभी दुकानें खुलने का आदेश जारी किया गया है। लेकिन पेट्रोल पंप और केरोसिन वितरण पर रोक रहेगी। वहीं घातक हथियार के रूप में उपयोगी सामान भी नहीं बेच सकते हैं। 


अपर कलेक्टर ने कहा कि ईद यदि 2 मई की जगह 3 मई को हुई तो हालात के मुताबिक कर्फ्यू में ढील दी जा सकती है। वहीं, अक्षया तृतीया पर शादी करने वालों या शादी में जाने वालों को एक मई तक ही बाहर जाने की अनुमति रहेगी। जिला प्रशासन ने आम लोगों से खास अपील की गई है कि अगर वो दो और तीन मई तक अपने ठिकाने तक पहुंचने की व्यवस्था कर लें। परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए पास जारी किए जाएंगे। 


बता दें खरगोन में 10 अप्रैल रामनवमी के दिन दो समुदायों के बीच पथराव और आगजनी की घटना के बाद कर्फ्यू लगाया गया था। जिला प्रशासन कर्फ्यू में समय-समय पर ढील दे रहा है ताकि लोग जरूरी सामान खरीद सकें। हिंसा के 22 दिन बाद धीरे-धीरे दंगा प्रभावित क्षेत्रों के हालात सुधर रहे हैं। सुरक्षा को देखते हुए बीते दिनों महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, हनुमान जयंती पर प्रशासन ने मंदिरों, गिरिजाघरों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई थी।

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